जसपुर। सूरजपुर गांव में विकास कार्यों की जांच करने पहुंचीं एसडीएम ग्राम विकास अधिकारी, खंड विकास अधिकारी के गांव में नहीं पहुंचने पर जांच अधूरी छोड़ कर लौट र्गईं। वह जांच में सहयोग नहीं करने की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजेंगी। सूरजपुर गांव के ग्रामीणों ने डीएम, एसडीएम आदि उच्च अधिकारियों को शिकायत पत्र भेजकर आरोप लगाया था कि ग्राम प्रधान ने मनरेगा के अंतर्गत कोई कार्य नहीं कराए, पुराने कार्यों को अभिलेखों में नया कार्य दर्शा कर सरकारी पैसे का गबन करने, धरातल पर पंचायत भवन की मरम्मत नहीं कराई गई है। नालियों के निर्माण-मरम्मत कार्य नहीं कराए गए हैं। अभिलेखों में कार्य करना दर्शा कर अधिकारियों की मिलीभगत से पैसे का गबन आदि करने के आरोप लगाए थे। सरकारी धन के दुरुपयोग करने की जांच की मांग की थी।
सोमवार को एसडीएम सीमा विश्वकर्मा जांच करने पहुंचीं। उन्होंने अभिलेखों में दर्शाए गए निर्माण कार्य, मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। घंटों इंतजार करने के बाद ग्राम विकास अधिकारी, बीडीओ गांव में नहीं पहुंचे। एसडीएम जांच कार्य बीच में छोड़कर अपने कार्यालय लौट गईं। एसडीएम ने बताया कि लिखित सूचना के बाद भी ग्राम विकास अधिकारी, बीडीओ पहुंचे। इस कारण जांच पूरी नहीं हो सकी। जांच रिपोर्ट बनाकर और ग्राम विकास अधिकारी, बीडीओ द्वारा जांच में सहयोग नहीं करने की रिपोर्ट बनाकर डीएम को भेजी जाएगी। इस दौरान तहसीलदार पूनम पंत, प्रवीन सिंह, महेश गिरी, राम सिंह, जगदीश सिंह, सुरेंद्र गिरी, अशोक कुमार, राजेंद्र गिरी, लखविंदर सिंह, बलविंदर सिंह, दर्शन लाल, अमरजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, अमन सिंह, सुनील चौहान, प्रमोद गिरी, मुकेश गिरी, हरगोविंद सिंह आदि उपस्थित रहे।
विकास कार्यों की जांच करने पहुंची एसडीएम जांच अधूरी छोड़कर लौटी
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