बसों में फास्ट टैग लगाने वाली पेटीएम कंपनी की खामियों का खामियाजा परिवहन निगम को दोगुना टोल टैक्स चुकाकर भुगतना पड़ रहा है। बसों में लगे फास्ट टैग काम ही नहीं कर रहे हैं। जबकि, निगम के अधिकारियों के अनुसार फास्ट टैग खाते में फिलहाल 25 लाख रुपये जमा हैं। परिवहन निगम की गाड़ियों में लगे फास्ट टैग आए दिन काम ही नहीं कर रहे हैं। इसके चलते गाड़ी परिचालकों को टोल प्लाजा पर जुर्माने के साथ नकद टोल टैक्स का भुगतान करना पड़ रहा है। देहरादून से नई दिल्ली जाने वाली परिवहन निगम की कई बसों के परिचालकों को मंगलवार को भी टोल टैक्स का नकद भुगतान करना पड़ा। परिचालकों को आए दिन इस संकट का सामना करना पड़ रहा है।
परिवहन निगम के मंडलीय प्रबंधक संजय गुप्ता ने बताया कि टोल प्लाजा पर टोल टैक्स के भुगतान के लिए फास्ट टैग खाते में 25 लाख रुपये जमा हैं। फास्ट टैग सेवा प्रदाता कंपनी पेटीएम में तकनीकी खामियों के चलते दिक्कतें हो रही हैं। इस संबंध में पेटीएम कंपनी के अधिकारियों को भी में अवगत कराया गया है। उन्होंने कहा कि पेटीएम कंपनी के अधिकारियों की ओर से आश्वासन दिया गया है कि समस्या का समाधान किया जा रहा है। बता दें कि, टोल प्लाजा पर फास्ट टैग के जरिए टोल टैक्स का भुगतान नहीं करने पर परिवहन निगम को वित्तीय चपत लग रही है।I
पेटीएम की खामियों का खामियाजा भुगत रहा परिवहन निगम
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