राज्य लोक सेवा आयोग की जेई-एई पेपर लीक प्रकरण में फरार चल रहे 50 हजार के इनामी अनुराग पांडेय समेत तीन आरोपितों को एसआइटी ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, इनामी आरोपित के बैंक खाते में जमा लगभग 13.41 की रकम भी फ्रीज कराई गई है। आरोपितों के कब्जे से तीन लाख की नकदी और अभ्यर्थियों के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। लेखपाल और जेई-एई पेपर लीक प्रकरण में अभी तक 24 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि दो इनामी आरोपितों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने रानीपुर कोतवाली में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि पेपर लीक प्रकरण में मास्टरमाइंड संजीव चतुर्वेदी के भांजे अनुराग पांडेय निवासी ग्राम सरया, बलिया उत्तर प्रदेश की भूमिका सामने आई थी। उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था।
एसआइटी की एक टीम आरोपित की तलाश में जुटी थी। टीम ने गुरुवार को रोशनाबाद क्षेत्र से इनामी अनुराग पांडेय को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, पूछताछ के लिए एसआइटी कार्यालय रोशनाबाद बुलाए गए विशु बेनीवाल निवासी मंडावली मंगलौर और अवनीश उर्फ अश्वनी निवासी नारसन खुर्द मंगलौर को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने मंगलौर के गांव उदलहेड़ी में किराये के मकान में अभ्यर्थियों को एकत्रित कर पेपर उपलब्ध कराते हुए मोटी रकम ली थी। एसआइटी प्रभारी रेखा यादव ने बताया कि अनुराग पांडेय के बैंक खाते में लगभग 13 लाख 41 हजार रुपये फ्रीज किए गए हैं। इस रकम को अनुराग ने अपने व अपनी बहन प्रियदर्शनी के नाम बैंक में एफडी और कैश जमा कराया था। वहीं, विशु के कब्जे से एक लाख और अवनीश के कब्जे दो लाख रुपये की नकदी व कुछ अभ्यर्थियों के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। बताया कि फरार इनामी पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय धारीवाल और डेविड की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस टीम दबिश दे रही हैं।
एई की परीक्षा दे चुका है विशु
विशु और अवनीश पूर्व में गिरफ्तार हो चुके पालीटेक्निक शिक्षक राजपाल के माध्यम से नकल के खेल में शामिल हुए थे। विशु ने एई की परीक्षा भी दी थी। इसके बाद वह जेई परीक्षा का पेपर लीक कराने में शामिल हो गया। पूछताछ में आरोपितों ने कुछ और मददगारों के नाम भी एसआइटी को बताए हैं। जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
राजपाल ने रिमांड पर खोले कई राज
हरिद्वार: एसआइटी ने रिमांड पर लिए गए राजपाल से पूछताछ की। आरोपित ने बताया कि उसने अवैध धनराशि से लक्सर स्थित एक ज्वेलर्स से लगभग 3 लाख 60 हजार की ज्वैलरी खरीदी थी। जीएसटी से बचने के लिए ज्वेलर्स ने राजपाल को कच्चा बिल दिया गया था। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि ज्वेलर्स के विरुद्ध कच्चा बिल देकर जीएसटी चोरी करने के बारे में संबंधित विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
मास्टरमाइंड संजीव चतुर्वेदी को बलिया लेकर पहुंची एसआइटी
राज्य लोक सेवा आयोग की लेखपाल और जेई-एई पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड व आयोग के निलंबित अधिकारी को एसआइटी की एक टीम बलिया उत्तर प्रदेश लेकर पहुंची। ऐसा बताया गया है कि आरोपित का लाकर खुलवाने के लिए रिमांड पर बलिया ले जाया गया है। लाकर खुलने पर जेवरात आदि बरामद होने की संभावना है। वहीं, दूसरे आरोपित राजपाल को लक्सर ले जाकर छानबीन की गई। एसआइटी ने प्रश्नपत्र लीक प्रकरण के दोनों मुख्य आरोपितों को पुलिस हिरासत पर लिया हुआ है। कोर्ट ने मास्टर माइंड संजीव चतुर्वेदी को पांच दिन और राजपाल का तीन दिन का रिमांड मंजूर किया है। लोक सेवा आयोग का निलंबित अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी बलिया उत्तर प्रदेश का निवासी है। सूत्र बताते हैं कि पूछताछ में संजीव चतुर्वेदी ने पेपर लीक कर जुटाई गई रकम से सोना खरीदने की जानकारी दी है। यह सोना लाकर में रखा होने की उम्मीद है। इसलिए संजीव चतुर्वेदी को लेकर बलिया ले जाया गया है। जबकि दूसरे आरोपित राजपाल को लक्सर क्षेत्र में ले जाकर एसआइटी ने साक्ष्य एकत्र किए हैं। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दोनों आरोपितों की निशानदेही पर ज्यादा से ज्यादा साक्ष्य जुटाने का प्रयास किया जा रहा है।
50 हजार का इनामी समेत तीन गिरफ्तार, दो की तलाश में पुलिस दे रही दबिश
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