दून अस्पताल में रविवार को ओपीडी नहीं थी। मरीजों को सिर्फ इमरजेंसी में इलाज दिया जा रहा था। ऐसे में घायलों को इलाज के लिए दून अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया। यहां स्टाफ की कमी के चलते घायलों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। घायल दर्द से कराह रहे थे लेकिन उनका एक्स-रे का नंबर नहीं आ रहा था। रविवार शाम तक यहां 28 घायल इलाज के लिए आ गए थे। इसमें बच्चे और किशोर समेत कुल नौ घायल हैं। इनकी उम्र दो माह से 18 साल है। जानकारी के मुताबिक अस्पताल में वार्ड ब्वॉय और वार्ड आया की कमी है। ऐसे में घायलों को अटेंड करने वाले स्टाफ नहीं थे। घायल जितेंद्र ने बताया कि इमरजेंसी में एक्स-रे के लिए काफी देर तक इंतजार किया। घायल आंचल ने बताया कि उनके सिर और मुंह पर चोट आई हैं। एक घंटे के इंतजार के बाद इलाज मिल पाया।
एक्स-रे में लगता है समय
दून अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. धनंजय डोभाल ने बताया कि अस्पताल में पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध है। इसके अलावा इंटर्न भी इलाज कर रहे हैं। घायलों को इसलिए थोड़ा इंतजार करना पड़ रहा, क्योंकि एक्स-रे होने में समय लगता है। एक्स-रे को देखना होता है कि सही आया है या नहीं। जरूरत होती है तो एक्स-रे दोबारा किया जाता है। सभी का इलाज निशुल्क हो रहा है
इमरजेंसी में आए 28 घायल हुए परेशान, दर्द से कराह रहे थे, पर इलाज के लिए करना पड़ा इंतजार
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