चुनाव ड्यूटी में रोडवेज बसों का इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसे में उत्तराखंंड-दिल्ली रूट पर यात्रियों को परेशानी हो सकती है। देहरादून-दिल्ली, हरिद्वार-दिल्ली, रुड़की दिल्ली आदि रूटों में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। चुनाव ड्यूटी के लिए हरिद्वार डिपो से करीब 55 रोडवेज बसें भेजी जाएंगी। 12 फरवरी को डिपो से बसें रवाना कर दी जाएंगी। बसों के चुनाव ड्यूटी में लगने के बाद यात्रियों के सामने भी तीन से चार दिन तक परेशानी खड़ी हो जाएगी। 14 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों को लेकर बसें रवाना होंगी।
इससे पहले ही बसों के अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है। पहले करीब चार सौ से ज्यादा से प्राइवेट वाहनों का अधिग्रहण प्रशासन कर चुका है। जिसके बाद अब उत्तराखंड परिवहन निगम (रोडवेज) की हरिद्वार डिपो से भी 55 बसों की मांग की गई है। बसों को रवाना करने के लिए रोडवेज अफसरों ने तैयारी कर ली है। 12 फरवरी से डिपो से बसों को रवाना कर दिया जाएगा। जिला मुख्यालय बसें भेजी जाएंगी।
जहां से प्रशासन बसों को मतदान स्थलों के लिए रवाना करेगा। हरिद्वार डिपो में करीब 50 बसें परिवहन निगम की तो 56 अंडरटेकिंग की बसें हैं। जबकि 140 चालक और 230 परिचालक हैं। चुनाव ड्यूटी में 55 बसों के जाने के बाद यात्रियों के सामने सफर करने में परेशानी खड़ी होनी तय है। 12 फरवरी से रवाना होने के बाद 15 फरवरी के बाद ही बसें लौटनी शुरू होंगी। उत्तराखंड परिवहन निगम के सहायक महाप्रबंधक प्रतीक जैन ने बताया कि चुनाव ड्यूटी के लिए करीब 55 रोडवेज बसें जिला मुख्यालय भेजी जाएंगी। 12 फरवरी को बसों को रवाना कर दिया जाएगा।
चुनाव ड्यूटी में जाएंगी रोडवेज बसें, उत्तराखंड-दिल्ली रूट में यात्रियों को हो सकती है परेशानी
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