रुद्रपुर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के स्नातक द्वितीय सेमेस्टर के लिए कुमाऊं विश्वविद्यालय का पाठ्यक्रम तैयार करने में सरदार भगत सिंह डिग्री कॉलेज के तीन प्रोफेसर और एक अतिथि सहायक प्राध्यापक ने भी अपना योगदान दिया है। कुमाऊं विवि के बोर्ड ऑफ स्टडीज की संस्तुति के बाद वनस्पति विज्ञान, भौतिकी और रसायन विज्ञान ककी इन पुस्तकों को पाठ्यक्रम में शामिल कर लिया गया है। वर्तमान सत्र में बच्चे इन किताबों को पढ़ सकेंगे। ये पुस्तकें कुमाऊं विवि के साथ ही उत्तराखंड के सभी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई जाएंगी। रुद्रपुर डिग्री कॉलेज के वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष व प्राध्यापक एके पालीवाल ने स्नातक में बीएससी द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए टेरिडोफाइट्स, अनावृतबीजी एवं आवृतबीजी पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक को तैयार करने में दूसरे कॉलेज के दो सहायक व एक अतिथि सहायक प्रोफेसर ने भी योगदान दिया है।
रुद्रपुर कॉलेज के रसायन विज्ञान विषय के सहायक प्रोफेसर भारत पांडेय ने स्नातक द्वितीय सेमेस्टर के लिए रसायन विज्ञान के मूल सिद्धांत पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक को पांच लेखकों ने मिलकर लिखा है। इसे लिखने में दूसरे कॉलेजों के दो सहायक प्रोफेसर, एक प्रोफेसर व एक संस्था के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर का भी योगदान है। भौतिकी विज्ञान के विभागाध्यक्ष एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हरीश चंद्रा ने विद्युत एवं चुम्बकत्व पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक को लिखने में रुद्रपुर कॉलेज की अतिथि सहायक प्रोफेसर डॉ. नेहा अरोरा ने भी अपना योगदान दिया है। इस पुस्तक को तैयार लिखने में उत्तराखंड व यूपी के दो कॉलेजों के सहायक प्रोफेसरों ने सहयोग किया है। तीनों पुस्तकें हिंदी और अंग्रेजी दोनों में माध्यमों में लिखी गई हैं। विद्यार्थियों के हित पुस्तकें लिखने के लिए रुद्रपुर कॉलेज के प्राध्यापकों को बधाई। उन्होंने नई शिक्षा नीति के अनुसार गुणवत्ता युक्त पुस्तकें लिखी हैं। यह रुद्रपुर कॉलेज के लिए सम्मान की बात है। इन पुस्तकों को पुस्तकालय में भी उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। – डॉ. कमल किशोर पांडेय, प्राचार्य, रुद्रपुर डिग्री कॉलेज।
नई शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम में शामिल हुईं रुद्रपुर कॉलेज के तीन प्राध्यापकों की किताबें
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