Thursday, October 31, 2024
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चली चाल, दी शह और मात

हल्द्वानी।  शनिवार को शुरु हुई दो दिवसीय अंतर विद्यालयी हल्द्वानी शतरंज प्रतियोगिता पहले दिन शाम तक चली। शह और मात के इस खेल में हल्द्वानी के स्कूलों से पहुंचे बच्चों ने दिमाग के घोड़े दौड़ाकर प्रतिद्वंद्वी साथी खिलाड़ी के सामने एक से बढ़कर एक चाल चली और अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में शहर के तीस स्कूलों के करीब तीन सौ खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। मंडी बाईपास रोड स्थित परिणय वाटिका बैंक्वट एंड पार्टी लॉन में सुबह नौ बजे प्रतियोगिता शुरू हुई। मुख्य अतिथि कृष्णा हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर हल्द्वानी के चेयरमैन डॉ. जेएस खुराना ने प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। उन्होंने बच्चों में खेल की भावना बढ़ाने के लिए अमर उजाला के प्रयास की सराहना की। बताया कि शतरंज काफी पुराना खेल है। यह खेल निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है।
इसके बाद कक्षा पांच, आठ और बारहवीं तक के बालक और बालिका वर्ग के अलग-अलग ग्रुप में प्रतियोगिता हुई। दिनभर चली प्रतियोगिता में बच्चों का उत्साह देखने लायक रहा। पांच राउंड की प्रतियोगिता में पहले दिन तीन राउंड हुए। शेष दो राउंड रविवार को खेले जाएंगे। प्रतियोगिता को सफल बनाने में दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक समित टिक्कू, राज्यस्तरीय शतरंज कोच नीरज साह, किशन तिवारी ने सहयोग किया। आर्यन सिंह, साहिल सिंह, ललित लामाकोटी, राजेंद्र राणा ने निर्णायक की भूमिका निभाई। आयोजन स्थल पर स्कूल प्रबंधकों में सुनील जोशी, करन गंगोला के अलावा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मुकेश पाल, परिणय वाटिका बैंक्वेट हॉल के निदेशक सुरेश चंद्र गोयल, मनोज कुमार गोयल, संजेश कुमार गोयल, मनीष गोयल और विकास चौपड़ा आदि उपस्थित रहे।
शतरंज की चालें दिमाग में फिट कर लेता है तेजस
हल्द्वानी। महज साढ़े तीन साल की उम्र में शतरंज की मोहरें पकड़कर पांच साल की उम्र तक 10 राज्यों में धाक जमाने के साथ गोल्डन ब्वॉय, यंगेस्ट प्लयेर का खिताब जीतने वाला तेजस तिवारी विलक्षण प्रतिभा का धनी है। शनिवार को अमर उजाला अंतर विद्यालयी हल्द्वानी शतरंज प्रतियोगिता में पहुंचे सवा पांच साल के तेजस ने अपने खेल से सभी का दिल जीत लिया। सुभाष नगर निवासी शरद तिवारी अपने दोस्तों संग शौकिया तौर पर शतरंज खेलते थे, बगल में बैठकर तेजस शतरंज की चालें सीखता गया। दिमाग में शतरंज की चालें और 64 खाने ऐसे फिट हुए कि फिर तेजस ने पलटकर नहीं देखा। दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में यूकेजी का यह छात्र चार वर्ष के होने तक जिले और राज्यस्तर की प्रतियोगिताओं में खेलने लगा। मार्च 2022 में तेजस ने उत्तराखंड यंगेस्ट चेस प्लेयर का खिताब जीता। बेंगलुरु (कर्नाटक), उदयपुर (राजस्थान), मथुरा (उत्तर प्रदेश), हैदराबाद (तेलंगाना) में हुई प्रतियोगिताओं में गोल्डन बॉय का खिताब जीता। विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश), भुवनेश्वर (उड़ीसा), अहमदाबाद (गुजरात), नई दिल्ली तथा जनवरी 2023 में तमिलनाडु में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में एशियन स्कूल प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
अलका, सुनीता और उमा को किया सम्मानित
हल्द्वानी। परिणय वाटिका में हुई शतरंज प्रतियोगिता के दौरान हल्द्वानी वूमेंस वारियर्स की सदस्य अलका टंडन, सुनीता जीना और उमा पंत को उनके सराहनीय कार्य के लिए अमर उजाला की ओर से चेक प्रदान किए गए। साथ ही पाठकों की संख्या बढ़ाने के लक्ष्य को पूरा करने पर अलका टंडन ने गोल्डन कार्ड भी जीता।

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