कनखल स्थित प्राचीन ‘मुकदमा जिताओ हनुमान मंदिर’ में पहली बार जीत के लिए नहीं बल्कि शांति और अपनों की सलामती के लिए अर्जी लगी है। रूस और यूक्रेन के 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को बजरंग बली के दरबार में मत्था टेककर युद्ध विराम की प्रार्थना की। जंग के मैदान में रूस और यूक्रेन भले ही एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं, लेकिन हरिद्वार पहुंचे दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने शांति एवं अमन के लिए पूजा-अर्चना करवाई। रूस से 12 और यूक्रेन से 16 लोगों का दल 22 फरवरी से 28 फरवरी तक ज्योतिष शास्त्र के एडवांस कोर्स की कार्यशाला में शामिल होने ऋषिकेश आया था।
यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से किया विशेष अनुष्ठान
कार्यशाला लक्ष्मण झूला के पास स्थित एस्ट्रोलॉजी एंड योगा स्टडीज सेंटर में आयोजित हुई, जिसमें ज्योतिषाचार्य डॉ. प्रतीक मिश्रपुरी ने व्याख्यान दिया। दोनों देशों के दल को दो मार्च को स्वदेश लौटना था, लेकिन 26 फरवरी को युद्ध छिड़ गया।
दोनों देशों का प्रतिनिधिमंडल अब हरिद्वार पहुंचा और कनखल स्थित ज्योतिषाचार्य डॉ. प्रतीक मिश्रपुरी के आवास पर ठहरा। प्रतिनिधिमंडल ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर चिंता जताई। इसके बाद दल के प्रतिनिधि कनखल स्थित मुकदमा जिताओ हनुमान मंदिर पहुंचे।
औरंगजेब की मृत्यु की प्रार्थना के लिए पड़ी मंदिर की नींव
युद्ध विराम की प्रार्थना और अपनों की सलामती के लिए पूजा अर्चना कराई। यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से विशेष अनुष्ठान कराया। इसके बाद रूस का 12 सदस्यीय दल दिल्ली रवाना हो गया और बुधवार रात रूस लौट जाएगा। वहीं, यूक्रेन के 16 लोग वृंदावन चले गए। यहां एक दिन बिताने के बाद वे पोलैंड, जॉर्जिया, बेलारूस जाएंगे। प्रतिनिधिमंडल में करीना वोस्केविच, डेनियल, मिताली, आर्टम, सोफिया, मकर, कटरीना, मैक्सिम, लरीसा, ओलास्की, ब्लादिमीर बर्लोव, अन्ना, अंद्रया, एलेक्सी, ओल्गा समेत 28 लोग शामिल थे।
कई हस्तियों की लग चुकी है अर्जी
कनखल स्थित प्राचीन मुकदमा जिताओ हनुमान मंदिर के प्रति लोगों की गहरी आस्था है। बताया जाता है कि मंदिर का निर्माण वर्ष 1692 में मुगल शासक औरंगजेब की मृत्यु की प्रार्थना के लिए चंडी प्रसाद मिश्रपुरी की ओर से कराया गया था। तीन मार्च 1707 में औरंगजेब की मृत्यु के बाद हनुमान मंदिर का नाम मुकदमा जिताओ हनुमान मंदिर पड़ गया। वर्ष 1993 में मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ।
यहां श्रद्धालु अपने मुकदमे जीतने के लिए अर्जी लगाकर प्रार्थना करते हैं। सुनील दत्त और सलमान खान के पीए तक यहां आ चुके हैं। संजय दत्त के खिलाफ टाडा लगने पर सुनील दत्त हरिद्वार आए और मंदिर में प्रार्थना की जबकि सलमान खान के काले हिरण के शिकार के मुकदमे में उनके पीए मंदिर में प्रार्थना करने आए। कई नामी हस्तियां मंदिर में अपनी अर्जी लगा चुकी हैं।
पहली बार यहां जीत के लिए नहीं शांति के लिए लगी अर्जी, रूस-यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल ने की साथ में पूजा
RELATED ARTICLES