चारधाम यात्रा पर रवाना होने से पहले तीर्थयात्रियों का फोटोमीट्रिक पंजीकरण जरूरी है। कोविड संकट के चलते पिछले दो साल से यह व्यवस्था प्रभावित थी। इस बार हालात सामान्य होने पर फोटोमीट्रिक पंजीकरण की तैयारियां शुरू होने लगी है। इस बार तीर्थयात्रियों को कंप्यूटरीकृत प्रक्रिया के अलावा कियोस्क से भी रजिस्ट्रेशन करने की सुविधा मिलेगी।
चारधाम यात्रा के प्रवेशद्वार तीर्थनगरी ऋषिकेश के चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड स्थित फोटोमीट्रिक पंजीकरण केंद्र में दो कियोस्क मशीन स्थापित की गई हैं। केंद्र के प्रोजेक्ट प्रबंधक प्रेम अनंत ने बताया कि तीर्थयात्रियों के फोटोमीट्रिक पंजीकरण की तैयारियां शुरू होने लगी है। पंजीकरण केंद्र में 15 अप्रैल से फोटोमीट्रिक पंजीकरण प्रक्रिया के लिए कंप्यूटर आदि संसाधन जुटा लिए जाएंगे। फिलहाल फोटोमीट्रिक पंजीकरण के लिए दो कियोस्क मशीन केंद्र में स्थापित कर दी गई हैं। कंप्यूटर प्रक्रिया में अधिक दबाव होने पर तीर्थयात्री कियोस्क के माध्यम से फोटोमीट्रिक पंजीकरण कर सकते हैं, जिससे उनका समय बचेगा। कियोस्क में कैमरे की व्यवस्था है।
पंजीकरण का जिम्मा अब नई कंपनी को
ऋषिकेश। चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के फोटोमीट्रिक पंजीकरण का कार्य गुजरात की इथिक इन्फोटेक कंपनी को मिला है। इससे पहले यह कार्य त्रिलोक सिक्योरिटी कंपनी के पास था। केंद्र के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि इथिक कंपनी का कार्यालय देहरादून में भी है।
तीर्थयात्रियों को कियोस्क से भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलेगी
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