रूस-यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध को 11 दिन बीत चुके हैं। फिलहाल युद्ध विराम होता नहीं दिख रहा है। इससे बाजार में उथल- पुथल का दौर बना हुआ है। ऐसे में सोने के भाव में तेजी से इजाफा हुआ है। अस्थिरता की स्थिति के बीच सर्राफा बाजार 60 फीसदी तक गिर चुका है।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद सर्राफा बाजार में ऐसी स्थिति देखी जा रही है। कारोबारियों का मानना है कि जब तक सोने के भाव स्थिर नहीं होते, गिरावट बनी रह सकती है।दरअसल, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने से पहले सोने की कीमत 49 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम थी। बीते शुक्रवार शाम 54 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम पर बाजार बंद हुआ। शादियों का सीजन भी आगामी 15 मार्च को सम्पन्न हो जाएगा। ऐसे में अगले एक महीने तक बाजार के उठने की कोई उम्मीद नहीं नजर आ रही है। इधर, खाद्य तेलों की कीमतों में भी तेजी से इजाफा हुआ है। सबसे ज्यादा इजाफा सोयाबीन तेल की कीमतों में हुआ है।
कारोबारियों के अनुसार ब्रांडेड सोयाबीन ऑयल के पैकेट में 165 रुपये तक प्रिंट रेट आ रहे हैं। लेकिन फुटकर कारोबारियों को थोक में ही सोयाबीन ऑयल प्रिंट रेट पर ही मिल रहा है। वहीं सूरजमुखी तेल की कीमतों में 30 रुपये तक इजाफा हो गया है। व्यापारियों के अनुसार ब्रांडेड सरसों तेल के प्रिंट रेट 180 से रुपये से बढ़कर 203 रुपये आ गए हैं। अभी आने वाले दिनों में कीमतों में इजाफा होने की उम्मीद लगाई जा रही है। खाद्य तेलों की कीमतों में काफी इजाफा हुआ है। सबसे ज्यादा इजाफा सोयाबीन ऑयल की कीमतों में हुआ है। सरसों तेल की एक ब्रांडेड कम्पनी के तेल के पैकेट पर प्रिंट रेट 180 रुपये से बढ़कर 203 रुपये हो गया है। – बिपिन गुप्ता, किराना कारोबारी
रूस-यूक्रेन वॉर का कारोबार पर असर,11 दिन में 60 फीसदी तक लुढ़क गया सर्राफा बाजार
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