यूजेवीएनएल ने 17 अप्रैल से व्यासी बांध परियोजना की साठ मेगावाट की पहली टरबाइन से 17 अप्रैल से शुरु किये जाने वाले विद्युत उत्पादन को तीन दिन के लिए टाल दिया है। अब जल विद्युत परियोजना की पहली टरबाइन से 20 अप्रैल को व दूसरी टरबाइन से 25 अप्रैल से विद्युत उत्पादन शुरु किया जायेगा। यूजेवीएनएल प्रशासन का कहना है कि दोनों टरबाइनों की टेस्टिंग चल रही है। पच्चीस अप्रैल तक दोनो टरवाइन से प्रदेश को एक सौ बीस मेगावाट बिजली का उत्पादन पूरी तरह से शुरु कर दिया जायेगा। एक सौ बीस मेगावाट की व्यासी बांध परियोजना की साठ साठ मेगावाट की दो टरबाइनों बिजली उत्पादन के लिए पूरी तरह से तैयार होने के बाद टरबाइनों से उत्पादित होने वाली बिजली को ट्रांसमिशन लाइन में भेजने के लिए सिंक्रोनाइजेशन की प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है। जिसके बाद पहली टरबाइन से साठ मेगावाट बिजली पैदा करने का बांध प्रशासन ने 17 अप्रैल से उत्पादन शुरु करने का ऐलान किया था। लेकिन यूजेवीएनएल प्रशासन ने 17 अप्रैल को उत्पादन शुरु करने की तिथि को टाल दिया है। बांध प्रशासन का कहना है कि बिजली उत्पादन के लिए दोनों टरवाइन एकदम तैयार हैं। लेकिन कुछ और टेस्ट किये जाने बाकि हैं। इसलिए अब दोनों टरवाइनों पर सभी टेस्टिंग का काम एक साथ शुरु कर दिया है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण ट्रिपिंग टेस्ट है जिसे शुरु कर दिया गया है। ट्रिपिंग टेस्ट के बाद लगातार 72 घंटे तक टरबाइनों को चलाया जायेगा। हालांकि इस दौरान दोनों मशीनो से विद्युत उत्पादन होगा। लेकिन यह एक ट्रायल टेस्ट है इसे उत्पादन की प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जायेगा।
यूजेवीएनएल के अधिशासी निदेशक पावर हाउस हिमांशु अवस्थी ने बताया कि ट्रिपिंग टेस्टिंग के बाद पिटकुल से कंट्रोल परमीशन ली जायेगी। जिसके बाद पहली टरवाइन से बीस अप्रैल को साठ मेगावाट व दूसरी टरबाइन से 25 अप्रैल को साठ मेगावाट विद्युत उत्पादन शुरु किया जायेगा। कहा कि 25 अप्रैल से दोनों टरबाइनों से बांध परियोजना की पूरी क्षमता 120 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर प्रदेश को निरंतर बिजली दी जायेगी।
व्यासी बांध परियोजना: सालों का इंतजार और बढ़ा, यूजेवीएनएल 20 अप्रैल से शुरू होगा बिजली उत्पादन
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