Thursday, October 31, 2024
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सिडकुल में छह घंटे की कटौती से उत्पादन प्रभावित

सितारगंज। क्षेत्र में छह से लेकर आठ घंटे तक बिजली कटौती ने भीषण गर्मी में त्राहि-त्राहि मचा दी है। एक तरफ क्षेत्रवासी गर्मी से लगातार कई-कई घंटे बत्ती गुल रहने से परेशान हैं तो वहीं सिडकुल में भी फैक्टरियों का उत्पादन ठप हो गया है। इससे सिडकुल के करीब 150 उद्योगों में 40 प्रतिशत तक उत्पादन ठप हो गया है। इससे उद्योगपतियों में विद्युत विभाग के खिलाफ गहरा आक्रोश है।सितारगंज सिडकुल इंडस्ट्रीयल वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव कृष्ण सत्यवली ने बताया कि प्रतिदिन सिडकुल क्षेत्र में लगातार छह-छह घंटे की अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। इससे फैक्टरियों में करीब 40 फीसदी उत्पादन घट गया है। वहीं, निरंतर उत्पादन के लिए चलने वाली मशीनों के थमने से भी फैक्टरियों को लाखों की क्षति झेलनी पड़ रही है। कहा कि अगर उद्योगों को पर्याप्त बिजली न मिली तो उन पर संकट गहरा सकता है और उद्योग पलायन को मजबूर हो जाएंगे।
कहा कि जल्द उद्योगपतियों का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर फैक्टरियों को पर्याप्त बिजली मुहैय्या कराने की मांग करेगा। इधर, क्षेत्र मे भी कभी सुबह, कभी शाम तो कभी आधी रात से बिजली गुल हो जा रही है। ऐसे में लघु उद्योग प्रभावित हो रहे हैं। पेयजल संकट की वजह से गृहणी महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं परीक्षाओं की तैैयारी में जुटे विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। यूपीसीएल के ईई से बात करने का प्रयास किया गया। लेकिन मोबाइल बंद होने की वजह से बात नहीं हो सकी।
खटीमा में नौ घंटे की बिजली कटौती
खटीमा। क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती से लोग हलकान हो रहे हैं। 24 घंटे में करीब नौ घंटे तक कटौती की जा रही है। इससे जहां लोग गर्मी से जूझ रहे हैं तो वहीं पानी का संकट भी गहराने लगा है। साथ ही व्यापारियों के कारोबार भी प्रभावित हो रहे हैं।
भीषण गर्मी में लगातार नौ घंटे बिजली कटौती से ग्रामीण परेशान हैं। हल्दी घेरा पावर स्टेशन से करीब 26 ग्राम सभाएं जुुड़ीं हैं। चार सप्लाई फीडरों से इन ग्रामसभाओं के उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति होती है। जेई विनोद जोशी ने बताया कंट्रोल रोस्टिंग करने का आदेश उच्चाधिकारियों पर निर्भर रहता है। रोस्टिंग बंद होने पर आपूर्ति की व्यवस्था पहले की तरह सुचारू हो जाएगी।
बावजूद हो रही कटौती : यशपाल आर्यनेता प्रतिपक्ष ने कहा, घंटों बिजली कटौती से जनता परेशान
बाजपुर। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि प्रदेश में बिजली के दाम बढ़ाए जाने के बावजूद आए दिन घंटों बिजली की कटौती की जा रही है, जिससे जनता परेशान है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 24 घंटे बिजली और पानी का वादा किया था, जो चुनाव के बाद हवाई साबित हुआ है।
नेता प्रतिपक्ष ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि इन दिनों बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, लेकिन बिजली कटौती की वजह से छात्र-छात्राएं परीक्षा की तैयारी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। गर्मी में घंटों तक बिजली आपूर्ति न होने के कारण लोग परेशान हैं, फसलों की बुआई का सीजन है, लेकिन बिजली न होने से किसानों के ट्यूबवेल बंद हैं। उद्योग बुरी तरह प्रभावित हैं, जिससे बेरोजगारी बढ़ रही है।अघोषित बिजली कटौती का असर राज्य में उद्योग, ग्रामीण क्षेत्रों सहित छोटे शहरों पर पड़ रहा है। हर दिन चार से आठ घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह हाल तब है जबकि भाजपा सरकार बनते ही बिजली के दामों में भारी इजाफा किया गया है। बिजली दरों में 2.68 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। बीपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए चार पैसा प्रति किलोवाट दाम बढ़े हैं। सरकार ने नए कनेक्शन की दरों में भी बढ़ोतरी की है। नए कनेक्शन लेने में 60 से 80 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
जसपुर में कटौती पर चढ़ा विधायक का पारा
जसपुर। कई दिनों से हो रही अघोषित विद्युत कटौती को लेकर विधायक का पारा चढ़ गया। बृहस्पतिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं व्यापारियों ने विधायक के नेतृत्व में अधिशासी अभियंता का घेराव किया। उन्होंने विभाग से जल्द विद्युत कटौती बंद किए जाने की मांग की।बृहस्पतिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं व्यापारियों ने विधायक आदेश चौहान के कार्यालय पर जाकर उन्हें अघोषित विद्युत कटौती से जनसामान्य को हो रही परेशानी से अवगत कराया। इसके बाद विधायक के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और व्यापारियों ने विद्युत वितरण खंड कार्यालय पहुंचकर अधिशासी अभियंता का घेराव किया। उन्होंने कहा कि विद्युत कटौती से उद्योग धंधे प्रभावित हो रहे हैं। श्रमिक हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं, रोजेदारों को परेशानी हो रही है। किसान अपनी फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। समाज का प्रत्येक वर्ग परेशान है।विधायक चौहान ने अधिशासी अभियंता से विद्युत कटौती पर तुरंत लगाम लगाए जाने की मांग की। अधिशासी अभियंता बीके सकारिया ने बताया कि विद्युत कटौती उनके स्तर से नहीं की जा रही है। यह ऋषिकेश कंट्रोल रूम से हो रही है। वर्तमान में विद्युत उत्पादन कम हो रहा है। फिर भी उच्चाधिकारियों को क्षेत्रवासियों की भावना से अवगत कराएंगे।

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