चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए पर्यटन विभाग यात्रा मार्गों पर यात्रियों के पंजीकरण क्यूआर कोड की स्कैनिंग कराएगा। इससे पंजीकरण की तारीख में बदलने या जाली पंजीकरण बना कर यात्रा करने वाले तीर्थयात्री पकड़ में आएंगे। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के अनुसार फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पर्यटन सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। तीर्थयात्री पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर ही पंजीकरण कराएं। ऑफलाइन पंजीकरण के जरिए एडवांस स्लॉट की बुकिंग कर उसी दिन दर्शन के लिए रवानगी से धामों में भीड़ बढ़ रही है। इससे अन्य तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब यात्रा मार्गों पर पंजीकरण क्यूआर कोड की स्कैनिंग की जाएगी। पंजीकरण में फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए पुलिस विभाग को निर्देश दिए गए हैं। जावलकर ने कहा कि चारधाम यात्रा छह से सात महीने चलती है। इसलिए तीर्थयात्री जल्दबाजी नहीं करें। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे पहले बुजुर्ग व महिलाओं को दर्शन करने का मौका दें। पर्यटन सचिव के मुताबिक, तीन जून तक केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की वहन क्षमता के अनुसार दर्शन करने के लिए पंजीकरण फुल है। अब तक 22.50 लाख तीर्थयात्री पंजीकरण करा चुके हैं जबकि 11.45 लाख से अधिक चारोंधाम में दर्शन कर चुके हैं।
अब फर्जी पंजीकरण के सहारे नहीं हो पाएगी चार धाम यात्रा, क्यूआर कोड की स्कैनिंग से रुकेगा फर्जीवाड़ा
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