दुबई से गिरफ्तार किए गए सहारनपुर के कारोबारी गुप्ता बंधु देहरादून में भी विवादों में रहे हैं। यहां कर्जन रोड पर गुप्ता बंधुओं की कोठी है। वे अक्सर यहां आते-जाते रहते हैं। उत्तराखंड आने पर उन्हें अपने खर्चे पर जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलती थी। यही नहीं, करीब चार साल पहले आयकर विभाग ने यहां भी उनकी कोठी पर छापे मारे थे। करीब चार साल पहले दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के इस्तीफा प्रकरण के बाद सुर्खियों में आए गुप्ता बंधुओं की दून और हरिद्वार में भी संपत्तियां हैं। अब अतुल गुप्ता और राजेश गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद गुप्ता बंधु फिर चर्चा में हैं। उनका देहरादून से भी गहरा नाता है। उत्तराखंड आने पर उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जाती थी। इसके लिए वे हर माह छह से सात लाख रुपये एडवांस जमा कराते थे।बताया जाता है कि वर्ष 2018 में जिस दिन दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा इस्तीफा दे रहे थे, उस दिन अजय गुप्ता देहरादून स्थित अपनी कोठी में ही थे। तभी यह खुलासा हुआ था कि गुप्ता बंधुओं को उत्तराखंड में अपने खर्च पर जेड श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध है।
औली में बेटे का रिसेप्शन बना चर्चा का विषय
मीडिया में यह मामला उछलने के बाद गुप्ता बंधुओं की कोठी से पांच पुलिसकर्मियों की गारद को हटा दिया गया था। सुरक्षा एजेंसियों ने गृह विभाग को रिपोर्ट भेजी थी। यही नहीं, वर्ष 2018 में आयकर विभाग ने गुप्ता बंधुओं के खिलाफ कार्रवाई की थी। उनकी दून स्थित कोठी में भी छापे मारकर ब्लैंक चेक बरामद किए गए थे। पांच साल पहले अजय गुप्ता ने बेटे सूर्यकांत की शाही शादी की थी। इसका रिसेप्शन उत्तराखंड के मशहूर पर्यटक स्थल औली में किया गया था। रिसेप्शन में हेलीकॉप्टर से मेहमानों को औली ले जाया गया था। राजनीतिक दिग्गजों और अनिल कूपर आदि बॉलीवुड हस्तियों से लेकर कई बड़े अधिकारियों ने रिसेप्शन में भाग लिया था। इस समारोह में कचरा फैलाने पर जोशीमठ नगरपालिका प्रशासन ने गुप्ता बंधुओं पर ढाई लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। तब यह रिसेप्शन भी चर्चा का विषय बना था।
कोठी पर छापा पड़ने से लेकर बेटे की शादी तक विवादों में रहे, तिजोरी के बारे में जान रह जाएंगे हैरान
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