सीतापुर की जेल में बंद सपा विधायक आजम खां की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। करीब 26 महीने से जेल में बंद आजम खां के खिलाफ एक वारंट सीतापुर जेल में पहुंचने के बाद उनकी परेशानियां एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं। 19 मई को इस मामले में पेशी होनी है। सपा नेता आजम खां 27 फरवरी 2020 से सीतापुर की जेल में बंद हैं। उनके साथ उनकी पत्नी और बेटे अब्दुल्ला भी बंद थे, लेकिन वह दोनों जमानत पर रिहा होकर घर जा चुके हैं। आजम खां अभी भी जेल में ही हैं। उन पर कुल 87 मामले थे। 86 मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है। एक मामले में जमानत न मिलने से उनकी रिहाई नहीं हो सकी है।
अभी हाल ही में सपा नेतृत्व से उनकी तल्खी के बीच सीतापुर की जेल में उनसे मिलने के लिए शिवपाल यादव और कांग्रेसी नेता आए थे। जबकि सपा की ओर से विधायक रविदास मेहरोत्रा आजम से मिलने जेल गए थे, लेकिन आजम ने मेहरोत्रा से मिलने से इनकार कर दिया था। तीन-चार दिन तक चली मुलाकातों के इस दौर ने सियासी गलियारों में मामला काफी चर्चा में रहा था। हालांकि, अभी मामला शांत चल रहा है। इस बीच शनिवार को रामपुर से सीतापुर जेल पहुंचे एक वारंट ने यहां बंद आजम के लिए मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
जेल अधीक्षक सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को एक वारंट रामपुर से सीतापुर जेल आया। वारंट फर्जीवाड़े से संबंधित है। बताया जाता है कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे स्कूल की मान्यता लेने का मामला है। वारंट पर इस मामले का जिक्र नहीं है। 19 मई तक आजम खां को कस्टडी में लेने का वारंट में जिक्र है। बताया कि इस संबंध में 19 मई को आजम खां की पेशी होनी है।
आजम खां की मुश्किलें बढ़ीं: जेल आया एक और वारंट, फर्जी दस्तावेज से स्कूल की मान्यता लेने का मामला
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