किच्छा। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (सीआईबी) ने ट्रेन के टिकटों की कालाबाजारी के आरोप में एक साइबर कैफे संचालक को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से पांच रेल आरक्षित ई-टिकट बरामद किए गए हैं। इस मामले में आरोपी के सहयोगी बहेड़ी बरेली निवासी एक कैफे संचालक को भी नामजद किया गया है। सीआईबी इज्जतनगर के इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र यादव की अगुवाई में टीम ने किच्छा रेलवे स्टेशन के सामने स्थित डॉट नेट इंटरनेट एंड मनी ट्रांसफर प्वाइंट पर छापा मारा। टीम ने केसर शुगर फैक्टरी, बहेड़ी निवासी दुकान संचालक अमन सिंह को रेल टिकटों के अवैध कारोबार के आरोप में गिरफ्तार किया। बताया कि आरोपी अमन फर्जी ढंग से विभिन्न व्यक्तिगत आईआरसीटीसी आईडी और अपने दूसरे सहयोगी की मदद से ई-रेल टिकट बनाकर जरूरतमंद ग्राहकों को पांच सौ से सात सौ रुपये तक अधिक मूल्य लेकर टिकट बेचता था। अमन के पास तीन व्यक्तिगत आईडी, 2,906 रुपयों के पांच रेल आरक्षित ई-टिकट, यात्रा समाप्ति के कुल चालीस ई-टिकट मिला। इसके साथ ही एक लैपटॉप, एक मोबाइल, नकद रुपये बरामद किए गए हैं। टीम ने अमन के सहयोगी मुकाम एफएस इंटरनेट प्वाइंट के संचालक थाना बहेड़ी जिला बरेली निवासी फरीद साबिर को भी नामजद किया है। दोनों के खिलाफ आरपीएफ पोस्ट लालकुआं में रेल अधिनियम 1989 की धारा 143 के तहत केस दर्ज किया गया। मामले की जांच आरपीएफ लालकुआं की एसआई मनीषा मीणा को सौंपी गई है।
जाल बिछाकर कर रहे थे टिकटों की कालाबाजारी
किच्छा। रेलवे की सीआईबी टीम आरोपियों का आईआरसीटीसी खाता खंगालकर उनके खिलाफ और भी पुख्ता सबूत जुटाएगी। सीआईबी के इंस्पेक्टर सुभाष यादव ने बताया कि अमन और फरीद ने रेलवे टिकटों की कालाबाजारी का पूरा जाल बिछाया है। टिकटों की कालाबाजारी में आरोपियों के पीछे और भी कई लोगों का हाथ है। उनका कहना है की मामले की जांच लालकुआं रेलवे पुलिस को सौंपी गई है।