रुद्रपुर। जिले का विकास करने वाले विकास भवन के परिसर में ही जल संचय का कार्य ठप पड़ा हुआ है, जबकि जिलेभर में जल संचय व जल संरक्षण पर जोर देने के लिए अमृत सरोवर का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। अमृत सरोवर के तहत जिलेभर में 0.4 हेक्टेयर के 76 तालाबों का निर्माण हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जिलेभर में अमृत सरोवर का निर्माण करना है। अमृत सरोवर के निर्माण के चलते जिले के अधिकारी अन्य तालाबों की सुध लेना भूल गए हैं। सिर्फ अमृत सरोवर के निर्माण कार्यों में जोर दिया जा रहा है।
दरअसल, स्वतंत्रता दिवस से पहले ही तालाब बनाने पर जोर दिया जा रहा है। जिले के 76 अमृत सरोवर में स्वतंत्रता दिवस पर झंडारोहण कार्यक्रम किया जाएगा। बता दें कि विकास भवन परिसर में कई वर्षों पहले जल संचय व भूजल स्तर बढ़ाने के लिए एक मॉडल के तौर पर मिनी तालाब का निर्माण कराया गया था। इसमें मत्स्य पालन विभाग की ओर से मछलियां भी डाली जाती हैं लेकिन काफी समय से तालाब सूखा पड़ा हुआ है। बाकायदा अमृत सरोवर के लिए केंद्र सरकार की ओर से पोर्टल भी बनाया गया है। मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाईं ने कहा कि विकास भवन परिसर के तालाब में पानी की व्यवस्था की जाएगी। जिलेभर में 76 अमृत सरोवर के कार्य शुरू हो गए हैं। पांच ग्राम पंचायतों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर तालाब के नाम रखे जाएंगे।
अमृत सरोवर : नया तालाब बनाने पर जोर, पुराना सूख गया
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