हल्द्वानी। फतेहपुर रेंज में भाखड़ा नाले के पास लेटे बाघ को घायल समझकर रेस्क्यू के लिए पहुंची वन विभाग की टीम पर बाघ ने हमला कर दिया। वन कर्मियों ने हवाई फायर कर बाघ को जंगल में खदेड़कर अपनी जान बचाई। इस हमले में टीम के सदस्य बाल-बाल बचे। बृहस्पतिवार को फतेहपुर रेंज में चौसला गांव के पास भाखड़ा नाले के किनारे एक बाघ लेटा दिखाई दिया। वनकर्मियों ने सोचा कि बाघ घायल है और इसकी सूचना रेस्क्यू टीम को दी गई। इसके बाद रेंजर केआर आर्या के नेतृत्व में टीम बाघ का रेस्क्यू करने के लिए मौके पर पहुंची। आर्या ने बताया कि करीब आधे घंटे तक टीम ने बाघ की गतिविधि पर नजर रखी जब कोई गतिविधि नहीं हुई तो टीम रेस्क्यू करने के लिए बाघ के नजदीक पहुंची। करीब 50 मीटर की दूरी पर रेस्क्यू टीम के पहुंचते ही बाघ अचानक हमलावर हो गया। बाघ के हमले से बचने के लिए टीम ने हवाई फायर किए जिसके बाद बाघ तेजी से भाग गया। एसडीओ रामनगर वन प्रभाग किरन शाह ने बताया कि फतेहपुर रेंज में भाखड़ा नाले के पास बाघ नौ मार्च को लेटा दिखाई दिया था। बताया कि बाघ पूरी तरह स्वस्थ है और वनकर्मियों को देखकर भाग गया।