काशीपुर। पब्लिक स्कूल में एनसीईआरटी की किताबों के साथ निजी प्रकाशकों की किताबें लगाने की लगातार शिकायत मिलने पर सीईओ आरसी आर्य के निर्देश पर बीईओ ने तीन जांच समितियों का गठन किया। जांच समितियों ने 15 स्कूल का निरीक्षण कर पांच में निजी प्रकाशक की पांच गुना महंगी किताबें मिलने पर नोटिस देकर तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर स्कूल की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को बीईओ आरएस नेगी के निर्देश पर तीन दलों ने 15 विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान कई विद्यालयों में बच्चों के पास एनसीईआरटी के साथ ही निजी प्रकाशक की किताबें मिलीं। चेकिंग के दौरान सरस्वती शिशु मंदिर अलीगंज में उनका अपना पाठ्यक्रम मिला, जबकि तारावती सरोजनी देवी, जुबिलेंट स्कॉलर्स एकेडमी, पारकर पब्लिक स्कूल, ज्ञान प्रगति जूनियर हाईस्कूल, जावित्री संस्कार पब्लिक जूनियर हाईस्कूल, अपर्णा पब्लिक स्कूल, स्प्रिंग फील कॉवेंट स्कूल, डैफोडिल्स स्कूल, शिवांगी चिल्ड्रन जूनियर हाईस्कूल में एनसीईआरटी की किताबें बच्चों के पास मिली। हैरिटेज कान्वेंट जूनियर हाईस्कूल, जेडीजी पब्लिक जूनियर हाईस्कूल, सदाशिव एएन मेहंदीरत्ता हाईस्कूल मानपुर, ऋषिकुल किड्स जोन व ग्रीन गार्ड पब्लिक स्कूल में एनसीईआरटी के अलावा प्राइवेट पब्लिकेशन की चार से पांच गुना अधिक मूल्य की किताबें मिली।
रुद्रपुर के दो, दिनेशपुर में तीन और गदरपुर के एक स्कूल को नोटिस
रुद्रपुर/गदरपुर। बीईओ डॉ. राजेंद्र सिंह और उप शिक्षा अधिकारी डॉ. गुंजन अमरोही ने चार निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान काशीपुर मार्ग और किच्छा मार्ग स्थित दो स्कूलों में निजी प्रकाशकों की पुस्तकें मिलीं। दोनों स्कूल संचालकों को नोटिस जारी कर एनसीईआरटी की पुस्तकें चलाने के निर्देश दिए गए। आवास विकास स्थित एक निजी स्कूल के विरुद्ध अभिभावकों ने निजी प्रकाशकों की पुस्तकें चलाने की शिकायत उप शिक्षा अधिकारी डॉ. अमरोही से की। उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जा रही है। शिक्षा विभाग की टीम ने गदरपुर के सात, दिनेशपुर के पांच और गूलरभोज के दो स्कूलों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान दिनेशपुर के तीन और गदरपुर के एक स्कूल में एनसीईआरटी के अलावा निजी प्रकाशकों की महंगे दामों वाली पुस्तकें मिलने पर नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।
महंगी किताबों का दबाव बनाने वाले स्कूलों पर हो कार्रवाई : दूबे
गूलरभोज। नगर पंचायत अध्यक्ष अनीता दूबे ने कहा कि कई स्कूलों की ओर से बच्चों और अभिभावकों पर निजी प्रकाशकों को महंगी पुस्तकें खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने ऐसे ऐसे स्कूलों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। बुधवार को नगर पंचायत में पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि तत्कालीन शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने पूरे प्रदेश में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू करवाया था लेकिन इस सत्र में निजी स्कूलों ने मनमानी के शुरू कर दी है। स्कूलों में निजी प्रकाशकों की पुस्तकों को लाना भी अनिवार्य कर दिया है। अब अभिभावकों को कक्षा 1 से 5 तक की पुस्तकें 4 से 5 हजार व कक्षा 6 से 10 कक्षा तक की पुस्तकें 8000 से 10, 000 रुपयों में खरीदनी पड़ रही है। उन्होंने सरकार और अधिकारियों से ऐसे स्कूलों पर कार्यवाही की मांग की है।
बच्चों के पास मिलीं निजी प्रकाशक की पांच गुना महंगी किताबें
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