काशीपुर। काशीपुर डिपो से चंडीगढ़ और दिल्ली जाने वाली बसों में रफ्तार बढ़ाने वाली चिप लगी हुई मिली है। डिपो के सीनियर फोरमैन की शिकायत पर सहायक महाप्रबंधक (तकनीकी) ने दोनों बसों में तैनात तीन चालकों को बसों से हटा दिया है। काशीपुर डिपो के प्रभारी एआरएम मोहन राम को मामले की जांच सौंपी गई है।पिछले कुछ समय से काशीपुर डिपो की कुछ बसों की स्पीड के लिए चालकों की भूमिका संदिग्ध थी। स्पीड कंट्रोल डिवाइस (एससीडी) लगने से बस की रफ्तार बढ़कर 120 से 130 तक हो जाती है। बस के इंजन आदि पर इसका बुरा असर पड़ता है।
रूट पर टीआई की चेकिंग से बचने के लिए इस तरह की चिप लगाई जाती है। टीआई के रोकने पर चालक बस को दौड़ा देते हैं। गति अधिक होने के कारण चेकिंग स्टाफ बस को नहीं पकड़ पाता है। चार दिन पहले काशीपुर डिपो के सीनियर फोरमैन आरसी पांडे अपनी निजी कार से काठगोदाम जा रहे थे। इस दौरान रुद्रपुर हाईवे पर उनकी कार की रफ्तार सौ किमी से अधिक थी लेकिन दिल्ली और चंडीगढ़ रूट की बसें उनकी कार से भी तेज दौड़ रहीं थीं। डिपो लौटकर अगले दिन सीनियर फोरमैन पांडे ने दोनों बसें चेक कराईं तो उनमें चिप लगी मिली। पांडे ने सहायक महाप्रबंधक (तकनीकी) इंद्र राम को इसकी रिपोर्ट भेजी। इंद्र राम ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर चंडीगढ़ रूट की बस (यूए 07ए/1704) के चालक हरजिंदर सिंह, दिल्ली रूट की बस (यूके 07 ए/1687) के चालक चेतन शर्मा और देवेंद्र सिंह को इन बसों से हटा दिया है।
दिल्ली, चंडीगढ़ की बसों में मिली रफ्तार बढ़ाने को लगाई गई चिप
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