लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में आयोजित चिंतन शिविर में दूरस्थ गांवों के विकास समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। इसमें गांवों के विकास समेत सरलीकरण, समाधान और निस्तारण पर जोर दिया गया। यह जानकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को शिविर के समापन पर पत्रकारों से वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की परिकल्पना के अनुसार प्रदेश में एक कार्य व्यवहार, कार्य संस्कृति को विकसित किया जाएगा। एलबीएस अकादमी से वापस लौटते समय सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी के पोलोग्राउंड हैलीपैड पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तीन दिनों तक चले चिंतन शिविर से जो अमृत निकला वो आने वाले दिनों में मील का पत्थर साबित होगा। कहा कि सभी विभाग पांच से 10 साल के रोडमैप पर मिलकर काम करेंगे। सरकार आने वाले समय में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देगी और समाज के अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति तक सरकार पहुंचे इसके लिए काम किया जाएगा। सीएम ने कहा कि सभी मंत्री, अधिकारी गांवों में ग्राम चौपालों का आयोजन कर लोगों की समस्याओं को सुनेंगे। साथ ही राज्य में बहुउद्देशीय शिविर लगाए जाएंगे।
सीएम ने योग के साथ की चिंतन शिविर के अंतिम दिन की शुरुआत
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी में आयोजित चिंतन शिविर के अंतिम दिन की शुरुआत योग के साथ की। बृहस्पतिवार को वह सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले और इस दौरान आईटीबीपी के जवानों से बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। रास्ते में उन्होंने कई अन्य लोगों से भी बातचीत की। सीएम के मालरोड पर संभावित दौरे को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली थीं। हालांकि, वह व्यस्तता के चलते यहां नहीं आ सके। उन्होंने एलबीएस अकादमी परिसर और गेट तक ही वॉक की। इस दौरान सीएम ने अकादमी परिसर में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की आदमकद प्रतिमा के पास जाकर नमन किया। मॉर्निंग वॉक के बाद सीएम ने अकादमी के कालिंदी हाउस के निकट मैदान में अधिकारियों के साथ योग किया। इस दौरान मुख्य सचिव एसएस संधु समेत एलबीएस अकादमी के तमाम बड़े अधिकारी शामिल रहे।
अच्छा काम करने वाले अफसरों के लिए शुरू होगा उत्कृष्टता पुरस्कार
प्रदेश सरकार का मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर बृहस्पतिवार को संपन्न हो गया। समापन समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चिंतन शिविर सशक्त उत्तराखंड @25 को साकार करेगा। टीम उत्तराखंड की थीम के साथ सरकार आगे बढ़ेगी। अच्छा काम करने वाले अफसरों को प्रोत्साहित करने के लिए उत्कृष्टता पुरस्कार शुरू किया जाएगा। चिंतन शिविर में आए महत्वपूर्ण सुझावों को प्रदेश मंत्रिमंडल के समक्ष लाया जाएगा। मुख्यमंत्री समापन समारोह के अवसर पर नौकरशाहों और विशेषज्ञों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए बनाया जा रहा रोडमैप देखकर अच्छा लगा। अधिकारियों ने राज्य हित से जुड़े विषयों पर काफी मेहनत की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समग्र विकास के लिए गांवों का विकास जरूरी है। गांवों में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को चौपाल लगाकर जन समस्याएं सुननी होंगी, ताकि उनका शीघ्रता से समाधान हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक सामान्य व्यक्ति जैसा सोचता है, वैसे ही सरल तरीके से लोगों की समस्याओं का समाधान करने पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने कहा कि विकास से जुड़े कुछ बिंदु नीति आयोग उपाध्यक्ष के समक्ष रखे हैं। उम्मीद है कि हमारी अपेक्षाओं को नीति आयोग अपना सहयोग प्रदान करेगा।
केंद्र की फ्लैगशिप योजनाओं पर फोकस करें
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे केंद्र सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रमों व योजनाओं पर तेजी से काम करें, ताकि अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति तक इनका लाभ पहुंच सके।
जहां की समस्या वहीं हो समाधान
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि जिन समस्याओं का समाधान तहसील या जिला स्तर पर हो सकता है, वह अनावश्यक रूप से शासन, मंत्रियों और मुख्यमंत्री तक न पहुंचे। इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए।
जूनियरों के प्रस्तुतिकरण पर सीनियर के सवाल यह अच्छी पहल है
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अच्छी पहल है कि जूनियर अधिकारी प्रस्तुतिकरण दे रहे थे और सीनियर सवाल कर रहे थे।
सीएम धामी बोले- मील का पत्थर साबित होगा चिंतन शिविर से निकला अमृत
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