देहरादून। जिला सहकारी बैंक भर्ती में गड़बड़ी मामले में शारीरिक परीक्षा लेने वाले अफसरों से सोमवार को पूछताछ हुई। इन अफसरों ने पूछे गए सवालों का जवाब देने के लिए दो दिन का समय मांगा। अब दो दिन बाद 20 अप्रैल को दोबारा अफसरों से पूछताछ की जाएगी। उधर, जांच टीम कुमाऊं रवाना हो गई। सोमवार को जांच टीम देहरादून स्थित जिला सहकारी बैंक पहुंची। इसके अध्यक्ष उप निबंधक-कुमाऊं नीरज बेलवाल और उप निबंधक-गढ़वाल मान सिंह सैनी ने शारीरिक परीक्षा लेने वाले शिक्षा विभाग और खेल विभाग के अफसरों से जानकारी मांगी। लेकिन, अफसरों ने कहा कि अभी उनके पास इससे जुड़े दस्तावेज नहीं हैं। ये कार्यालय में हैं, जिसे लाने में दो दिन का समय लग सकता है। इस पर जांच टीम ने दो दिन बाद दोबारा आने को कहा है। करीब 20 से 22 अफसरों को यहां बुलाया गया था। जिला सहकारी बैंक में चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती में गड़बड़ी की जांच को बुलाए गए अभ्यर्थी के ठाठ-बाट देख हर कोई हैरान रह गया। सोमवार को कई चयनित अभ्यर्थी अपनी-अपनी कारों से सहकारी बैंक कार्यालय पहुंचे। जांच टीम ने कई घंटों तक चयनित अभ्यर्थियों से जानकारी जुटाई। दरअसल, मार्च में देहरादून में 60 पदों पर भर्ती की गई। 57 युवाओं को ज्वाइनिंग दी गई। लेकिन, शुरू से यह भर्ती विवादों में घिर गई। नेता-अफसरों के रिश्तेदारों और चहेतों को भी भर्ती करने की शिकायतें आईं। इसकी जांच कर रही टीम ने अभ्यर्थियों को बुलाया था। चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच होनी थी। मूल दस्तावेजों के अलावा अभ्यर्थियों से कई जानकारियां ली गईं। कुछ अभ्यर्थी जांच टीम के सवालों का जवाब तब नहीं दे पाए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को 25 हजार रुपये वेतन मिलना है।
एक चयनित सामने नहीं आया
सहकारी बैंक भर्ती में चयनित 60 अभ्यर्थियों में से 59 से पूछताछ हो चुकी है। एक चयनित अभ्यर्थी अभी तक सामने नहीं आया है। इसका क्या कारण रहा है, टीम को पता नहीं चल पाया है। चयनित अभ्यर्थी का पता लगाया जा रहा है।
10 से 15 दिन और चलेगी जांच
जांच के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। लेकिन, जांच टीम को जानकारियां जुटाने में अधिक समय लग रहा है। तीन जिलों की जांच के कारण अभी 10 से 15 दिन और लग सकते हैं। हालांकि, जांच टीम में शामिल अफसर तेजी से काम में जुटे हैं।
सीसीटीवी फुटेज मिली
ज्वाइनिंग की तारीख को लेकर सवाल उठने के बाद जांच टीम ने सीसीटीवी फुटेज मांगी थी। सोमवार को यह फुटेज मिल गई। इसे देखने में करीब दो से तीन दिन का समय लग सकता है। इससे खुलासा हो जाएगा कि कब किसने ज्वाइनिंग की। दरअसल, अफसरों पर रोक के बावजूद ज्वाइनिंग कराने के आरोप हैं।
सहकारी बैंक भर्ती के मामले में अफसर पेश नहीं कर पाए दस्तावेज
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