रुद्रपुर। अग्निपथ योजना के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा और श्रमिकों ने कलक्ट्रेट गेट के बाहर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कलक्ट्रेट परिसर में घुसने का प्रयास कर रहे किसानों और मजदूरों को पुलिस बल ने गेट पर रोक दिया। एसडीएम के माध्यम से किसानों ने राज्यपाल को अग्निपथ योजना को रद्द करने का ज्ञापन भेजा। शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से अग्निपथ विरोध दिवस मनाया गया। किसानों और श्रमिकों ने कलक्ट्रेट गेट के बाहर प्रधानमंत्री व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रहा। किसानों और मजदूरों ने कलक्ट्रेट परिसर में घुसने का प्रयास किया लेकिन पुलिस फोर्स ने उन्हें रोक दिया। एसडीएम प्रत्यूष सिंह के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजने के बाद कलक्ट्रेट गेट के बाहर ही किसानों ने सभा की।
संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि थल सेना और वायु सेना में जो पक्की भर्ती की प्रक्रिया थी, उसे भी रद्द कर दिया गया है। अग्निपथ योजना में अस्थायी कर्मचारियों को कोई रैंक भी नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जो सरकार अब तक 15 से 18 साल सेवा करने वाले अधिकांश पूर्व सैनिकों के लिए भी पुनर्वास की संतोषजनक व्यवस्था नहीं कर पाई है, वह भला अग्निवीरों के रोजगार की क्या व्यवस्था करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से खेती पर कंपनी राज स्थापित किया जा रहा है। देश की संपत्तियां निजी कंपनियों को बेची जा रही हैं। इस दौरान पर कर्म सिंह पड्डा, दलजीत सिंह, विक्रम सिंह गौराया, सुखविंदर सिंह बठला, हरप्रीत सिंह, सरबजीत सिंह, प्रेम सिंह सहोता, जगजीत सिंह आदि थे।
किसानों प्रमुख की मांगें
1- सेना में रिक्त एक लाख 25 हजार पद और इस वर्ष रिक्त होने वाले लगभग 60 हजार पदों पर पहले की तरह नियमित भर्ती शुरू की जाए।
2- जहां भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी उसे पूरा किया जाए और पिछले दो साल भर्ती ना होने के एवज में युवाओं को सामान्य भर्ती की आयु सीमा में दो वर्ष की छूट दी जाए।
3- भर्ती के लिए आवेदकों से ऐसा हलफनामा लेने की शर्त न रखी जाए जो उन्हें लोकतांत्रिक प्रदर्शन के अधिकार से वंचित करती हो।
4- अग्निपथ विरोधी प्रदर्शनों में शामिल युवाओं के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लिया जाए, गिरफ्तार युवाओं को रिहा किया जाए और आंदोलनकारियों को नौकरी से बाधित करने जैसे शर्तें हटाई जाए।
अग्निपथ योजना के विरोध में पंतनगर में प्रदर्शन
पंतनगर। अग्निपथ योजना के विरोध में शुक्रवार को इंकलाबी मजदूर केंद्र, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र व ठेका मजदूर कल्याण समिति के सदस्यों ने शहीद स्मारक पर केंद्र सरकार का पुतला फूंका। साथ ही सभा भी की।
उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना छात्रों व युवाओं के खिलाफ है। चार साल की अस्थायी नौकरी का पूरे देश में छात्र और युवा विरोध कर रहे हैं। छात्रों के विरोध-प्रदर्शन को दबाने के लिए पुलिस लाठीचार्ज कर रही है और युवाओं पर मुकदमे दर्ज कर दिए जा रहे हैं। इसी प्रकार हल्द्वानी में 400 युवाओं पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसकी संगठन निंदा करता है।
सेना में सवा लाख पद खाली पड़े हैं। ऐसे में विभिन्न विभागों में अग्निवीरों को नौकरी में 10 प्रतिशत आरक्षण की बातें युवाओं के साथ धोखा है। केंद्र सरकार के मंत्री अग्निवीरों को चार साल बाद 20 लाख रुपये के सपने बेच रहे हैं। भोजन माताओं से तीन हजार रुपये में बेगार कराई जा रही है। इतना ही नहीं, मजदूर की न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है। अब सेना में भी ठेका प्रथा लागू कर नौजवानों का भविष्य असुरक्षित किया जा रहा है। वहां पर मीना, सोना, पूजा, लक्ष्मी पंत, राशिद, मनोज कुमार, रमेश, अभिलाख सिंह, सुभाष, अर्जुन सिंह, विकास, पृथ्वीराज गौतम, श्रवण कुमार, सुरेश कुमार, छत्रपाल, प्रदीप कुमार, नीरज जोशी आदि थे।
किसानों और मजदूरों ने अग्निपथ योजना का किया विरोध
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