रुद्रपुर। शहर के आवास विकास स्थित आईलेट्स कोचिंग के मैनेजर के अपहरण के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मैनेजर को मुक्त करा परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि मैनेजर के अपहरण में शामिल मुख्य आरोपी परजीत के साथ विदेश भेजे जाने के नाम पर करीब 15 लाख की ठगी हो चुकी है। उसने ठगी में गई रकम की भरपाई के लिए इस घटना को अंजाम दिया है। कोचिंग मैनेजर का अपहरण कर 50 लाख की सुपारी मांगने वाले परजीत के साथ आवास-विकास में ही एक्सीलेंस नाम की कोचिंग के माध्यम से ठगी का आरोप है। इसमें आरोपी कोचिंग संचालक जेल में है। ऐसे में नुकसान की भरपाई और कोचिंग संस्थानों से बदला लेने की भावना के चलते क्षेत्र की ही दूसरे बड़े कोचिंग संस्थान के साथ परजीत ने घटना को अंजाम दिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी गलत संगत के चलते कर्ज में डूब गए थे, इसलिए उन्होंने अपहरण की योजना बनाई।
बृहस्पतिवार को एसएसपी ने पुलिस कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि अपहरणकर्ताओें ने फीस देने का बहाना करके मैनेजर का अपहरण किया था। एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि फुलसुंगा निवासी सतवंत सिंह आवास विकास स्थित कैंडिड इमिग्रेशन नाम की आईलेट्स कोचिंग सेंटर में मैनेजर है। बुधवार शाम करीब चार बजे बीरखेड़ा जिला पीलीभीत निवासी परजीत सिंह, गांव फतेहपुर जिला बिजनौर निवासी जसपाल सिंह, रिछौला जिला पीलीभीत निवासी सुखदीप सिंह, बनगवां खटीमा निवासी सुरजीत उर्फ मामू उर्फ बिट्टा कार में सवार होकर कोचिंग से 20 कदम की दूरी पर जाकर खड़े हो गए। उन्होंने कोचिंग की एक लाख रुपये फीस देेने के लिए सतवंत को बुलाया। सतवंत के पहुंचने के बाद उन्होंने नकली पिस्टल दिखाकर उसे कार में बैठा लिया और उसे लेकर खटीमा के जंगलों की ओर निकल गए। कुछ देर बाद आरोपियों ने सतवंत के मोबाइल से चंडीगढ़ में बैठे कोचिंग मालिक मनप्रीत को फोन कर 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
मनप्रीत ने फोन कर सतवंत के परिजनों को सूचना दी। सतवंत के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और सर्विलांस की मदद से घटना की रात करीब साढ़े 12 बजे रुद्रपर में मोदी मैदान के पास परजीत व जसपाल को पकड़ कर सतवंत को बरामद कर लिया। पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने गांव बनगवां खटीमा से सुखदीप और सुरजीत उर्फ मामू को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के पास 94 हजार रुपये, दो मेड इन चाइना के नकली पिस्टल, कार और बाइक मिली। पुलिस ने कार और बाइक को सीज कर दिया है। पुलिस ने बताया कि फतेहपुर जिला बिजनौर निवासी जसपाल पर काशीपुर कोतवाली में पहले भी 307 का मुकदमा दर्ज है। पुलिस ने चारों आरोपियों को धारा 364 के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
पहले कोचिंग में लिया एडमिशन, फिर किया अपहरण
एसएसपी ने बताया कि रुपयों की भरपाई के लिए परजीत ने घटना को अंजाम दिया। परजीत कई दिन पहले कोचिंग में गया था जहां उसने 15 हजार रुपये देकर एडमिशन लेने की बात की थी। बुधवार को कोचिंग की बाकी फीस एक लाख रुपये लेकर परजीत सतवंत को देने के लिए गया था। इससे पहले उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची थी। परजीत सतवंत को कोचिंग का पार्टनर समझता था जबकि सतवंत कोचिंग का मैनेजर था। एसएसपी के अनुसार, परजीत का प्लान था कि सतवंत को रुपये देने के लिए बुलाकर उसका अपहरण कर लिया जाएगा। इसके बाद मनप्रीत से 50 लाख की फिरौती मांगी जाएगी, जिससे वह अपने साथ हुई ठगी की भरपाई कर लेगा। हालांकि पुलिस ने नौ घंटे के अंदर उन्हें पकड़ कर उनके प्लान पर पानी फेर दिया।
एसओजी की टीम और आरोपियों में दो घंटे तक चला समझौता
रुद्रपुर। कोचिंग मैनेजर सतवंत के अपहरण के बाद सूचना मिलने पर पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर करीब छह टीमें लगा दीं। एसओजी की टीम ने आरोपियों से बात कर उन्हें फिरौती देने के लिए बुलाया। एसएसपी ने बताया कि आरोपी पहले 50 लाख रुपये की मांग रहे थे लेकिन जब उन्हें पता चला कि सतवंत कोचिंग में मैनेजर है तो समझौता होने के बाद करीब दो लाख रुपये की फिरौती लेने पर उतर आए। करीब दो घंटे तक चले इस समझौते के बाद आरोपी दो लाख रुपये की फिरौती लेने के लिए सतवंत को लेकर रुद्रपुर आ गए, जहां से एसओजी की टीम ने उन्हें दबोच लिया।
सतवंत के सकुशल मिलने पर परिजनों के चेहरे खिले
रुद्रपुर। अपहरण की खबर सुन कर सतवंत के परिजन सकते में आ गए थे। घटना के नौ घंटे के भीतर सतवंत के सकुशल मिलने पर परिजनों की जान में जा आई। सतवंत के परिजनों ने पुलिस कार्यालय पहुंच कर पुलिस को बधाई दी। पुलिस ने सीडब्ल्यूसी के तहत सतवंत को परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
चार अपहरणकर्ता गिरफ्तार, अगवा कोचिंग मैनेजर मुक्त
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