रुद्रपुर। सितारगंज क्षेत्र के पांच धर्मकांटों की माप को चिप और रिमोट के जरिए असंतुलित करने के आरोप में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड आढ़ती ने यूट्यूब से पूरी प्रक्रिया देखने के बाद 1.5 लाख रुपये में दिल्ली से चिप-रिमोट खरीदा था। बृहस्पतिवार को पुलिस कार्यालय में एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि रविवार को सितारगंज में एक राइस मिल के मैनेजर सुरेश चंद्र ने पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा कि शनिवार को उनकी मिल पर तीन लोग गेहूं बेचने के लिए एक लदी ट्रैक्टर-ट्राली लेकर आए। धर्मकांटे पर तौल कराने पर ट्राली के साथ में आए गोठा निवासी अमित ने जेब से एक रिमोट निकाल कर बटन दबाया। इसके बाद ट्राॅली का वजन 160.10 क्विंटल आया। वहां खड़े कर्मचारियों ने इस गतिविधि को देखा और बाद में दूसरे धर्मकांटे में तौल कराई तो ट्राली का वजन 146.50 क्विटंल निकला। पहले वाले धर्मकांटा की बारीकी से छानबीन करने पर उसमें एक तार और चिप मिली।
पुलिस ने अमित से पूछताछ की तो उसने बताया कि गांव तिसौर निवासी आढ़ती सुरवीन ने उसे रिमोट दिया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन की और आढ़ती-गोदाम संचालक गांव तिसौर निवासी सुरवीन और उसके पार्टनर नानकमत्ता निवासी अमित कुमार को हिरासत में ले लिया। पार्टनर अमित ने बताया कि कुछ समय पहले उसने यूट्यूब में चिप और रिमोट के जरिये धर्मकांटे की माप को असंतुलित करने वाला वीडियो देखा। उसने चिप और रिमोट बेचने वालों के बारे में पता लगाया। दो माह पहले वह विजय विहार दिल्ली निवासी राजीव मसीह से मिला। उसने वह चिप -रिमोट देने और धर्मकांटा में इसे स्थापित करने का भरोसा दिलाया। कुछ दिनों बाद राजीव ने गांव किला अगवानपुर मेरठ निवासी शेरखान उर्फ मोंटी से चिप और रिमोट ली। इसके बाद उसने सितारगंज आकर रात के समय नानकमत्ता में स्थित मंगलम राइस मिल, खटीमा रोड पर स्थित जिंदल राइस मिल, बिजटी रोड पर स्थित रामा फूड, गोविंदा फूड और एमबी राइस मिल में चुपचाप तार काट कर चिप स्थापित कर दी। इसके बाद अमित को रिमोट थमाया। उसने अपने साथी सुरवीन के साथ मिल कर राइस मिलों को ठगने का सिलसिला शुरू कर दिया। इसके एवज में राजीव ने उससे 1.5 लाख रुपये लिए। अमित और सुरवीन चिप-रिमोट के माध्यम से तौल बढ़ाकर अनाज को राइस मिल संचालक को बेचते थे। पुलिस ने गोदाम संचालक सुरवीन सिंह राणा, अमित कुमार, राजीव मसीह, शेरखान और गोदाम के दो लेबर अमित कुमार और अक्षय कुमार को दबोच लिया। पुलिस ने धर्मकांटा से चिप निकलवाई और रिमोट भी कब्जें में ले लिया। एसएसपी ने पुलिस टीम को 1,500 रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने क्राइम सीन दोहराया
रुद्रपुर। पुलिस ने सितारगंज के एक धर्मकांटे में राजीव से उस पूरी प्रक्रिया को अपने सामने कराया। इसके बाद जब रिमोट दबाया गया तो सच में धमकांटा की तौल में अंतर आया। क्राइम सीन दोहराते समय पुलिस ने न्यायालय में साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए एक वीडियो बनाया। लेकिन वीडियो ठीक तरह से नहीं बन सका और इस लापरवाही से एसएसपी भी खफा हुए। उन्होंने सितारगंज पुलिस को आरोपियों का दोबारा पुलिस कस्टडी रिमांड में लेने की बात की।
नोएडा से खरीदी चिप
रुद्रपुर। पुलिस के अनुसार शेरखान नोएडा से चिप-रिमोट खरीदकर लाता था लेकिन पुलिस अब तक चिप व रिमोट बनाने वालों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी। एसएसपी ने बताया कि मामले की संपूर्ण जांच और इसके तार कहां तक फैले हैं, जसे सवालों की जांच के लिए सितारगंज सीओ ओमप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है। जिसका पर्यवेक्षण एसपी सिटी मनोज कत्याल करेंगे। एसएसपी ने धर्मकांटा संचालक भारोत्तोलन विभाग और धर्मकांटा बनाने वाली कंपनियों से समय-समय पर उसकी जांच कराने के लिए कहा।
किसान और राइस मिल संचालकों लाखों का चूना लगने की आशंका
रुद्रपुर। गोदाम स्वामी सुरवीन और अमित कुमार ने अपने गोदाम में भी एक धर्मकांटा लगा रखा है। आशंका है कि इन लोगों ने उस धर्मकांटे में भी चिप लगा रखी होगी। इससे यह लोग किसानों से जब अनाज खरीदते होंगे तो रिमोट-चिप के माध्यम से उसकी तौल कम कर देते होंगे। इसके बाद जब यह अनाज ले कर राइस मिल में पहुंचते होंगे तो वहां रिमोट-चिप के माध्यम से उसकी तौल बढ़ा देते होंगे। इससे साफतौर पर जाहिर है कि सितारगंज क्षेत्र के किसान और राइस मिल संचालकों को लाखों का चूना लगा है। एसएसपी का कहना है कि अभी गोदाम संचालक के धर्मकांटा का निरीक्षण नहीं किया गया है। जांच के बाद में इसमें कुछ कहा जा सकेगा।
यूट्यूब से सीखा रिमोट से धर्मकांटे की माप संग छेड़छाड़ करना, छह गिरफ्तार
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