Friday, November 1, 2024
Homeउत्तराखण्डजालंधर में हल्द्वानी रोडवेज की बसों को रोका

जालंधर में हल्द्वानी रोडवेज की बसों को रोका

हल्द्वानी। जालंधर डिपो की बस संचालन के समय को लेकर हुए विवाद से जालंधर डिपो के चालक-परिचालक भड़क गए। इससे जालंधर गई हल्द्वानी डिपो की बसों में यात्री नहीं बैठने दिए गए। अधिकारियों का दावा है कि मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा। जालंधर डिपो की बस रोजाना सुबह हल्द्वानी आती है। उत्तराखंड रोडवेज ने हल्द्वानी से इस बस की रवानगी का समय सुबह 10.15 बजे निर्धारित किया है, लेकिन बस चालक बिना किसी आदेश के अपराह्न तीन बजे बाद बस को हल्द्वानी से ले जा रहा था। रोडवेज के अधिकारियों को जब इसका पता चला तो उन्होंने बीते बुधवार को जालंधर डिपो की बस को सुबह तय किए गए समय पर हल्द्वानी से रवाना करवा दिया। इससे जालंधर डिपो के चालक-परिचालक भड़क गए। इस वजह से जालंधर पहुंची उत्तराखंड रोडवेज की बस में बृहस्पतिवार को यात्री नहीं बैठने दिए गए। यही नहीं ये भी सूचना मिली कि पंजाब जा रही उत्तराखंड की बसों को वहां के रोडवेज के अधिकारी और कर्मचारी रोक रहे हैं जिससे उत्तराखंड रोडवेज के चालक-परिचालकों काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। साथ ही परिवहन निगम को आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा। इधर जब मामले की सूचना हल्द्वानी डिपो के एआरएम सुरेंद्र सिंह बिष्ट को मिली तो उन्होंने पंजाब में रोडवेज अधिकारियों से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि इस मामले में उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालन) से भी बात हो गई है। उम्मीद है कि शुक्रवार तक मामला पूरी तरह सुलझ जाएगा।
दिल्ली रूट की बसों में रखना होगा प्रदूषण मुक्त प्रमाणपत्र
हल्द्वानी। दिल्ली रूट की बसों के संचालन के लिए डिपो प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि बसों की फिटनेस और प्रदूषण मुक्त संबंधी जरूरी प्रमाण पत्र बस में रखें। ऐसा नहीं करने पर दिल्ली में कोई कार्रवाई हुई तो इसके लिए डिपो अधिकारी जिम्मेदार होंगे। दिल्ली सरकार ने अपने यहां दूसरे राज्यों से आने वाली बसों के लिए नियमावली तय की है जिसके तहत अन्य राज्यों से आने वाली बसों की फिटनेस और प्रदूषण मुक्त रिपोर्ट का होना जरूरी है। इसके तहत परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन ने सभी डिपो अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दिल्ली रूट की सभी बसों में प्रदूषण मुक्त प्रमाणपत्र, फर्स्ट एड किट, चालक-परिचालक को वर्दी में होना जरूरी है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड से दिल्ली रूट के लिए करीब 250 बसें संचालित होतीं हैं। यह उत्तराखंड परिवहन निगम के लिए सबसे ज्यादा आय वाला रूट है।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments