रुद्रपुर। जिला प्रशासन और जिला पंचायत की टीम ने शनिवार शाम शिमला पिस्तौर में अवैध रूप से संचालित एक प्लास्टिक के डिस्पोजेबल बनाने वाली फैक्टरी पकड़ी है। टीम ने एक ट्रक डिस्पोजेबल बरामद करते हुए फैक्टरी को सील कर दिया है। गौरतलब है कि प्रशासन की नजर से बचने के लिए फैक्टरी के बाहर ताला लगाया था और अंदर श्रमिक मशीनों पर प्लास्टिक के उत्पाद बना रहे थे। इससे पहले भी प्रशासन ने सिडकुल पंतनगर की दो फैक्टरी में बड़ी मात्रा में सिंगल यूज प्लास्टिक से बना सामान जब्त किया था और सील किया था। शनिवार की शाम करीब छह बजे एडीएम जयभारत सिंह और जिला पंचायत अपर मुख्य अधिकारी तेज सिंह ने शिमला पिस्तौर स्थित एएच इंडस्ट्रीज में छापा मारा।
टीम को फैक्टरी में सिंगल यूज प्लास्टिक का सामान बनाने की शिकायत मिली थी। टीम जब फैक्टरी पहुंची तो मुख्य शटर तालाबंद था और उसके बगल में स्थित छोटा शटर भी बंद था। इसके बाद टीम छोटे शटर का ताला तोड़कर अंदर पहुंची तो वहां महिलाएं मशीनों पर प्लास्टिक के गिलास बनाने में जुटी थी। टीम को देखकर महिलाएं सकते में आ गई। टीम के सदस्यों ने फैक्टरी के भीतर से 295 पेटियों में पैक किए गए प्लास्टिक के गिलास, इनको बनाने में इस्तेमाल कच्चा माल और खराब सामान भी जब्त किया। इसके ट्रक में भरकर टीम अपने साथ ले गई। एडीएम ने बताया कि निरीक्षण के दौरान फैक्टरी में कोई संचालक नहीं मिला। फैक्ट्री में बाहर ताला लगा हुआ था, जबकि भीतर कर्मचारी प्लास्टिक के डिस्पोजेबल आदि बनाने का कार्य कर रहे थे। फैक्टरी को सील कर दिया गया है। जिला पंचायत की ओर से इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
80 फीसदी बिजली बंद कर होता था काम
रुद्रपुर। फैक्टरी में लंबे समय से प्लास्टिक के गिलास बनाने का काम किया जा रहा था। वहां काम करने वालों ने बताया कि बेहद कम रोशनी में वे लोग काम करते हैं। किसी को शक न हो, इसलिए फैक्टरी के छोटे गेट के अलग-अलग समय पर प्रवेश दिया जाता है। टीम को फैक्टरी के भीतर 18 महिलाएं काम करती मिली, जिनको टीम ने घर भेज दिया। इसके अलावा फैक्टरी में मिले लैपटॉप और सीसीटीवी की डीवीआर को जब्त किया गया है।
बंद फैक्टरी के अंदर हो रहा था सिंगल यूज प्लास्टिक का निर्माण
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