चारधाम यात्रा के दौरान केेदारनाथ हेली सेवा का अनुबंध समाप्त होने से नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की कवायद शुरू कर दी है। आगामी चारधाम यात्रा से पहले हेली सेवा संचालन के लिए एविएशन कंपनियों के साथ अनुबंध किया जाएगा। वर्ष 2020 में यूकाडा ने गुप्तकाशी, सिरसी, फाटा हैलीपैड से केदारनाथ के लिए हेली सेवा संचालन के लिए नौ एविएशन कंपनियों के साथ अनुबंध किया था। इससे पहले यूकाडा की ओर से हर साल एविएशन कंपनियों के चयन के लिए टेंडर प्रक्रिया अपनाई जाती थी। इसमें कई बार टेंडर में समय लगने से हेली सेवा का संचालन में भी देरी होती थी। 2022 में नौ कंपनियों के साथ अनुबंध की अवधि खत्म हो गई है। अब यूकाडा ने नए सिरे से एविएशन कंपनियों के साथ अनुबंध के लिए टेंडर की कवायद शुरू कर दी है।
इन कंपनियों ने तीन साल तक किया संचालन
सिरसी, फाटा, गुप्तकाशी से नौ एविएशन कंपनियों ने तीन साल तक हेली सेवा का संचालन किया गया। इसमें गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए एरो एयर क्राफ्ट और आर्यटन एविएशन, फाटा से केदारनाथ के लिए पवन हंस, चिपसन एविएशन, थंबी एविएशन, पिनाक्ल एयर एविएशन और सिरसी से केदारनाथ के लिए एरो एयर क्राफ्ट, हिमालयन हेली और केट्रल एविएशन को हेली संचालन की अनुमति दी गई थी।
अबकी बढ़ सकता है हेली सेवा का किराया
आगामी चारधाम यात्रा के लिए अबकी केदारनाथ हेली सेवा के किराये में बढ़ोतरी होने की संभावना है। पूर्व में हेली एविएशन कंपनियों के साथ अनुबंध होने से तीन साल तक किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं गई। हालांकि, कोरोना महामारी से दो साल तक चारधाम यात्रा बाधित रही। आर्थिक नुकसान होने पर कंपनियों ने सरकार को किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था, लेकिन अनुबंध के कारण किराया नहीं बढ़ाया गया। इस बार एविएशन कंपनियों की ओर से अनुबंध के समय ही किराया बढ़ाया जा सकता है।
दून से केदारनाथ, बदरीनाथ के लिए शुरू होगी शटल सेवा
केदारनाथ हेली सेवा के लिए तीर्थयात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए अबकी देहरादून से सीधे केदारनाथ और बदरीनाथ के लिए शटल सेवा चलाने का विचार किया जा रहा है। इसके लिए एविएशन कंपनियों से भी अनुबंध किया जाएगा। डीजीसीए की अनुमित के बाद केदारनाथ और बदरीनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को सहस्रधारा हैलीपैड से सीधे हेली सेवा की सुविधा मिलेगी।
टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग रोकने के लिए बनेगा सिस्टम
केदारनाथ हेली सेवा के लिए 70 प्रतिशत टिकटों की बुकिंग ऑनलाइन की जाती है, जबकि 30 प्रतिशत टिकट एविएशन कंपनियों के माध्यम से ऑफलाइन की जाती है। तीर्थयात्रियों से टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग की जाती है। इसे रोकने के लिए यूकाडा की ओर से कस्टमर केयर सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा। साथ ही टिकट पर यात्री के पहचानपत्र का सत्यापन अनिवार्य रूप से किया जाएगा।
1.36 लाख तीर्थयात्री हेली सेवा से पहुंचे केदारनाथ
पिछले साल चारधाम यात्रा के दौरान 1.36 लाख से अधिक तीर्थयात्री हेली सेवा के माध्यम से केदारनाथ पहुंचे, जबकि चारधाम यात्रा में 45 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के आने का नया रिकॉर्ड बना है। केदारनाथ हेली सेवा के लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस बार भी एविएशन कंपनियों के साथ आगामी तीन साल के लिए अनुबंध किया जाएगा। चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले हेली सेवा संचालन से संबंधित सभी तैयारियां पूरी की जाएंगी। – दिलीप जावलकर, सचिव नागरिक उड्डयन
केदारनाथ हेली सेवा का अनुबंध खत्म, नए सिरे होंगे टेंडर, इस बार बढ़ सकता है किराया
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