रुद्रपुर। प्रदेश के पशुपालकों को अब 50 प्रतिशत के बजाय 75 प्रतिशत में हरा चारा (साइलेज) मिलेगा। पशुपालकों को मक्के से बने हरे चारे का बंडल प्रदेशभर में आंचल पशु आहार की ओर से दिया जाएगा। प्रदेश सरकार दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। बरसात के मौसम के बाद किच्छा रोड स्थित प्रदेश की एकमात्र पशु आहार निर्माणशाला में मक्के के साइलेज ब्लॉक तैयार किए जाते हैं। पशुपालकों की मांग के अनुसार उन्हें यह बंडल मुहैया कराए जाते हैं। निर्माणशाला से इस बार प्रदेश भर से 5000 क्विंटल साइलेज की मांग आई थी।
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की घोषणा के बाद साइलेज में 50 प्रतिशत सब्सिडी की घोषणा को हटाते हुए 75 प्रतिशत सब्सिडी का शासनादेश हो गया है। अब पशुपालकों को साइलेज और पशु पोषण दुधारू योजना के तहत साइलेज का लाभ मिलेगा। डेयरी विकास विभाग के सहायक निदेशक राजेंद्र चौहान ने बताया कि एक किलो हरे चारे की कीमत 9.50 रुपये है। 75 प्रतिशत सब्सिडी के बाद पशुपालकों को यह चारा 4.75 रुपये प्रति किलो की दर से मिलेगा। इससे पशुपालकों को काफी फायदा होगा।
दुग्ध मूल्य प्रोत्साहन योजना में मिले चार करोड़ रुपये
रुद्रपुर। डेयरी विकास विभाग को दुग्ध मूल्य प्रोत्साहन योजना में चार करोड़ का बजट जारी हो गया है। यह बजट अच्छा दूध उपलब्ध कराने वाले पशुपालकों को दिया जाता है। सहायक निदेशक चौहान ने बताया कि इसे पशुपालकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से दिया जाएगा। इसकी दूसरी किस्त भी शासन की ओर से जल्द मिलने वाली है।
पशुपालकों को 4.75 रुपये में मिलेगा एक किलो हरा चारा
RELATED ARTICLES