मौलेखाल (अल्मोड़ा)। प्रदेश में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के दावों के बीच कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाला मरचूला-डोटियाल स्टेट हाईवे गड्ढों से पटा है। इन गड्ढों से सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। गड्ढा युक्त सड़क पर सफर खतरा बना है। 15 किमी सफर करने में यात्रियों और वाहन चालकों को डेढ़ घंटे से अधिक समय लग रहा है लेकिन इसके सुधारीकरण के प्रयास नहीं हो रहे हैं। मरचूला-डोटियाल स्टेट हाइवे संख्या 52 कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ता है। इसी सड़क से चार धाम यात्रा भी होती है। इसके अलावा अल्मोड़ा जिले के भतरौंजखान, रानीखेत सहित अन्य प्रमुख पर्यटक स्थलों में इसी सड़क से यात्रा कर पर्यटक पहुंचते हैं। नौकुचिया से डोटियाल और डोटियाल से मानिला तक सड़क बदहाल है। यात्री जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं। बीमार और गर्भवतियों को समय पर और सुरक्षित अस्पताल पहुंचना किसी चुनौती से कम नहीं है। बारिश के दौरान गड्ढों में पानी भरने से पूरी सड़क तालाब में तब्दील हो रही है, जिससे दुर्घटना का खतरा बना है।
सड़क सुधारीकरण का प्रस्ताव शासन में फांक रहा है धूल
मौलेखाल। तीन माह पूर्व इस सड़क पर डामरीकरण के लिए लोनिवि ने 11 करोड़ 44 लाख रुपये का प्रस्ताव शासन में भेजा था। इसे अब तक स्वीकृति नहीं मिली है और यह सरकारी फाइलों में धूल फांक रहा है। विभाग बजट की बात कहकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है।
बोले लोग
सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के दावे महज सरकारी फाइलों तक सीमित हैं। कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वारा हाईवे खराब है। इससे लोग खासे परेशान हैं। – रमेश पाल मुहारी, सल्ट।
गड्ढों से पटी सड़क पर सफर करना किसी खतरे से कम नहीं है। बीमार और गर्भवतियों को इस सड़क से अस्पताल पहुंचना सुरक्षित नहीं है। – लक्ष्मी देवी, सल्ट।
कई बार सड़क सुधारीकरण की मांग की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सड़क कागजों में गड्ढा मुक्त हो रही है। हकीकत कुछ और है। – आनंद सिंह जैतवाल, सल्ट।
यह प्रमुख हाईवे उपेक्षित है। पर्यटक भी इसी सड़क से पहुंचते हैं। सड़क की बदहाली के चलते पर्यटन कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। – कुंवर सिंह, सल्ट।
कोट
स्टेट हाईवे के सुधारीकरण का प्रस्ताव शासन में भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही डामरीकरण होगा। – सतनाम सिंह, एई, लोनिवि, प्रांतीय खंड, रानीखेत।
गड्ढों से पटा है मरचूला-डोटियाल स्टेट हाईवे
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