उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में एक मंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों एवं करीबियों की नियुक्ति की सूची सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। विश्वविद्यालय के कुलपति ओपीएस नेगी का कहना है कि विश्वविद्यालय में सभी नियुक्तियां नियमानुसार हुई हैं।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में नियुक्तियों को लेकर सोशल मीडिया में इन दिनों जो सूची वायरल हो रही है। उसमें अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में हुई भर्ती से भी बड़े घपले की बात कही गई है। बताया गया है कि विश्वविद्यालय में सरकार के एक कैबिनेट मंत्री के पूर्व पीआरओ को अहम पद पर नियुक्ति दी गई है। इसके अलावा एक संगठन के पदाधिकारी की बहन, एक पदाधिकारी की छोटी बहू, पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी को असिस्टेंट प्रोफेसर, पूर्व केंद्रीय मंत्री के भतीजे को असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति दी गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सूची के मुताबिक 11 नियुक्तियां विभिन्न जनप्रतिनधियों के रिश्तेदार एवं करीबियों की हुई हैं। इसके अलावा सात नियुक्तियां फर्जी तरीके से हुई हैं। विश्वविद्यालय में सभी नियुक्तियां नियमानुसार हुई हैं। चयन के लिए एक लंबी प्रक्रिया से गुजरने के बाद नियुक्ति होती है। नियुक्ति पाने वाले अभ्यर्थी को साक्षात्कार से होकर गुजरना होता है। यदि कोई पात्र है तो नियमानुसार नियुक्ति पा सकता है। – ओपीएस नेगी, कुलपति उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय
मंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री के रिश्तेदारों को मिली नौकरी, वायरल हो रही सूची
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