Navy Day 2024: राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा—‘आत्मनिर्भरता से मजबूत होती है राष्ट्रीय सुरक्षा’; तिरुवनंतपुरम में नौसेना ने दिखाई जबरदस्त शक्ति
तिरुवनंतपुरम। नेवी डे 2024 के अवसर पर तिरुवनंतपुरम के शंगुमुघम बीच पर भारतीय नौसेना द्वारा शानदार संचालनात्मक प्रदर्शन किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस भव्य कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहीं। समुद्र, हवा और सतह—तीनों स्तरों पर किए गए इस प्रदर्शन में नौसेना ने अपनी आधुनिक तकनीक, युद्ध रणनीति और सामरिक क्षमता का प्रभावशाली प्रदर्शन किया।
राष्ट्रपति बोलीं—‘राष्ट्रीय सुरक्षा की मजबूती का आधार है आत्मनिर्भरता’
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और नौसेना इसमें अग्रणी भूमिका निभा रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि स्वदेशी तकनीक और आधुनिक उपकरणों के विकास के साथ नौसेना भारत को ‘विकसित राष्ट्र’ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
युद्धपोतों, पनडुब्बी और विमानों की भव्य मौजूदगी
भारतीय नौसेना ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए 19 बड़े युद्धपोतों को शामिल किया, जिनमें देश का स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत भी प्रमुख आकर्षण रहा।
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इसके साथ ही एक पनडुब्बी
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चार फास्ट इंटरवेशन बोट्स
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32 विमान, जिनमें लड़ाकू जेट, निगरानी विमान और हेलिकॉप्टर शामिल थे
सबने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।
मुख्य आकर्षण:
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आईएनएस कोलकाता, आईएनएस इंफाल और आईएनएस उदयगिरी ने अपनी सामरिक ताकत दिखाई।
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आईएनएस विक्रांत से MiG-29K के उड़ान भरते ही दर्शकों की तालियों ने माहौल रोमांचक बना दिया।
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MH-60R हेलिकॉप्टर ने फ्लेयर्स छोड़कर राष्ट्रपति को सलामी दी।
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डॉर्नियर विमान ने ‘बॉम्ब बर्स्ट’ फॉर्मेशन में उड़ान भरकर रोमांच बढ़ाया।
मार्कोस कमांडो का लाइव ऑपरेशन प्रदर्शन
कार्यक्रम में नौसेना के विशेष बल मार्कोस कमांडो ने समुद्री डकैती और बंधक बचाव अभियान का लाइव डेमो प्रस्तुत किया। इसने नौसेना की त्वरित प्रतिक्रिया और वास्तविक अभियानों की क्षमता को करीब से दिखाया।
राष्ट्रपति ने नौसेना की वीरता और परंपरा का सम्मान किया
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा,
“हमें समुद्र की रक्षा, जहाज निर्माण को बढ़ावा, नाविकों का सम्मान और भारत की समृद्ध समुद्री परंपरा को आगे बढ़ाना है। मैं भारतीय नौसेना की निरंतर विजय की कामना करती हूं।”
गार्ड ऑफ ऑनर और तोपों की सलामी
कार्यक्रम की शुरुआत में राष्ट्रपति का स्वागत राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने किया।
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राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
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आईएनएस कोलकाता से तोपों की सलामी दी गई।
अधिकारियों के अनुसार, यह आयोजन जनता के लिए भारतीय नौसेना की दक्षता और शक्ति को नजदीक से समझने का एक दुर्लभ अवसर था।