कुमाऊं में बेटियों से छेड़छाड़ की घटनाएं बिल्कुल नहीं के बराबर रह गई हैं। बेटियां आत्मनिर्भर बन रही हैं और पुलिस हेल्पलाइन व एप का उपयोग करने लगी हैं। छेड़खानी करने वालों को सबक सिखाने के लिए आत्मरक्षा के गुर भी सीख रही हैं। यही कारण है कि कुमाऊं में छेड़खानी के मामले लगातार कम हो रहे हैं। 2022 में अब तक एक भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है।
पहले हर साल बेटियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं लगातार सामने आती थीं। लेकिन पिछले दो सालों से इसमें काफी कम आई है। कुमाऊं के छह जिलों में पुलिस के आंकड़े देखें तो वर्ष 2020 में छेड़छाड़ का एक मामला पिथौरागढ़ में सामने आया था। वहीं वर्ष 2021 में ऊधमसिंह नगर और बागेश्वर में एक-एक शिकायत दर्ज हुई। वर्ष 2022 में अभी तक इस तरह का एक भी मामला देखने को नहीं मिला है।
महिला सुरक्षा के लिए पुलिस हर समय तैयार रहती है। पुलिस के हेल्पलाइन नम्बर हो या एप हर शिकायत पर पुलिस तत्परता से कार्य करती है। वहीं हर क्षेत्र में बेटियों ने देश, प्रदेश और परिवार का नाम रोशन किया है। परिजनों को भी इस बात को समझते हुए बेटियों को आगे बढ़ाना चाहिए। -पंकज भट्ट, एसएसपी नैनीताल
कुमाऊं में अब नहीं होतीं बेटियों से छेड़छाड़ की घटनाएं
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