सितारगंज। जायडस फैक्टरी में अवैध बंदी के विरोध में कर्मचारी सातवें दिन भी धरने पर डटे रहे। उन्होंने हारमोनियम के संगीत और ढोलक की थाप पर अवैध बंदी का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। रुद्रपुर के श्रम कार्यालय में दोबारा वार्ता के लिए बुलाई गई बैठक में फिर फैक्टरी प्रबंधन की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा। इससे कर्मचारियों में गहरा आक्रोश है।
बीते 17 जून की शाम जायडस वेलनेस फैक्टरी प्रबंधन की ओर से फैक्टरी बंद करने का नोटिस चस्पा कर दिया था। इसके बाद 18 जून की सुबह से फैक्टरी गेट बंद कर कर्मचारियों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी जिसके बाद से कर्मचारी आंदोलनरत हैं। उन्होंने असंवैधानिक ढंग से गुपचुप तरीके से बंद करने का आरोप लगाया। कर्मचारियों ने बताया कि प्रशासन की ओर से कर्मचारी शिष्टमंडल व प्रबंधन की बैठक बुलाई गई थी। पहली प्रस्तावित बैठक की तरह दूसरी बैठक में भी प्रबंधन की ओर से किसी के न पहुंचने से दूसरी बार भी बैठक नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कर्मचारी अभिलेखों के साथ उपस्थित हुए थे लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई नहीं पहुंचा। बताया कि शुक्रवार को भी कई संगठनों ने समर्थन दिया। हल निकलने तक आंदोलन जारी रहेगा। वहां विकास सती, चंदन बोरा, उमेश गोला, रंजना राणा, भावना पंत, धर्मेंद्र सिंह, अमित नेगी, शंकर टम्टा, दीपक नयाल, अजय नेगी, हरीश रावत आदि थे।
दोबारा वार्ता में भी नहीं पहुंचा फैक्टरी प्रबंधन का कोई भी प्रतिनिधि
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