काशीपुर। बड़े बकायेदारों पर शिकंजा कसने की प्रशासन ने तैयारी कर ली है। एसडीएम अभय प्रताप सिंह ने बृहस्पतिवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्य में लापरवाही पाए जाने पर डब्ल्यूबीएन उर्वादत्त रेखाड़ी का एक माह का वेतन रोक दिया। अमीनों को चेतावनी दी कि वसूली में तुरंत सुधार करें अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
तहसील की ओर से 10 बड़े बकायेदारों की सूची भी बैठक के बाद जारी की गई। इनमें गोराया स्ट्रा बोर्ड मिल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर सुखविंदर सिंह, जिंदल रिफायनरी लिमिटेड गंगापुर, मनोज कौशिक एवं इकबाल सिंह, भोलानाथ डाबर, गुरमीत कौर, इंदर सिंह, अमनदीप सिंह, कैनेडियन स्पेशलिटी विनायल्य स्टेट, भूपेंद्र सिंह और खेरुलनिशा शामिल हैं। काशीपुर तहसील को इस बार 19 करोड़ 54 लाख रुपये की वसूली का लक्ष्य मिला है। नियमानुसार अब तक 60 प्रतिशत वसूली हो जानी चाहिए थी लेकिन 20 प्रतिशत हो पाई है। बृहस्पतिवार शाम अपने कार्यालय में एसडीएम ने तहसीलदार यूसुफ अली, डब्ल्यूबीएन (सहायक बाकी बाकिल नवीस) उर्वादत्त रेखाड़ी और अमीनों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान डब्ल्यूबीएन का काम संतोषजनक नहीं पाया गया जिसके बाद एसडीएम ने उनका एक माह का वेतन रोक दिया।
बड़े बकायेदारों पर शिकंजा कसने की तैयारी
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