Wednesday, October 30, 2024
Homeउत्तराखण्डराहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने के विरोध में प्रदर्शन

राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने के विरोध में प्रदर्शन

अल्मोड़ा/सोमेश्वर। कांग्रेस ने पूर्व लोकसभा सदस्य राहुल गांधी की सदस्यता बहाल करने की मांग के लिए प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने द्वेष की राजनीति कर उनकी सदस्यता खत्म की है जो लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। शनिवार को विधायक मनोज तिवारी के नेतृत्व में कार्यकर्ता चौघाटनपाटा स्थित गांधी पार्क में एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार कुलदीप पांडे को सौंपा। विधायक ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार निरंकुश होकर काम कर रही है। राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त करना भी इसी का हिस्सा है।
कार्यकर्ताओं ने कहा जल्द राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होनी चाहिए। चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो हर कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेेगा। वहां कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, महिला जिलाध्यक्ष लता तिवारी, त्रिलोचन जोशी, पूर्व जिलाध्यक्ष पीताम्बर पांडेय, गोपाल सिंह चौहान, पूरन सिंह रौतेला, जिला महिला महामंत्री राधा बिष्ट, जया जोशी, पूर्व पालिकाध्यक्ष शोभा जोशी, संजय दुर्गापाल आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे। इधर सोमेश्वर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तहसील कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार खुशबू पांडे को सौंपा। ब्लॉक अध्यक्ष कुंदन भंडारी ने कहा कि संविधान रक्षक होने के नाते राष्ट्रपति को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। वहां राजेंद्र बाराकोटी, किशोर नयाल, भुवन दोसाद, सुरेश बोरा, राजेंद्र बोरा, शिवराज नयाल, कृष्ण सिंह बिष्ट सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
लोकतंत्र को बचाने के लिए कांग्रेस चला रही मुहिम
रानीखेत (अल्मोड़ा)। कांग्रेस की यहां पीसीसी सदस्य कैलाश पांडे की अध्यक्षता में बैठक हुई। वक्ताओं ने कहा कि मौजूदा दौर में देश की लोकतांत्रिक संस्थाएं और व्यवस्थाएं खतरे में हैं। ऐसे वक्त में कांग्रेस लोकतंत्र को बचाने के लिए देशव्यापी मुहिम चलाए हुए है। कहा कि जब लोकतांत्रिक संस्थाएं सुरक्षित रहेंगी तभी देश सुरक्षित रहेगा। वहां ब्लाॅक प्रमुख हीरा रावत, नगर अध्यक्ष उमेश भट्ट, ब्लाॅक अध्यक्ष गोपाल देव, कुलदीप कुमार, हेमंत मेहरा, कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत रौतेला आदि थे।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments