शत-प्रतिशत बायोमीट्रिक से राशन वितरण के लिए बनाए जा रहे दबाव को लेकर शनिवार को जिला पूर्ति अधिकारी (डीएसओ) कार्यालय में राशन डीलरों ने जमकर हंगामा करते हुए 200 से अधिक डीलरों ने इस्तीफा देते हुए दुकान के रिकार्ड, लैपटॉप और चाबियां जमा करा दिए। इस दौरान डीलरों और कर्मियों के बीच धक्कामुक्की और हाथापाई भी हुई। आरोप है कि राशन डीलरों ने कर्मियों संग अभद्रता करते हुए तोड़फोड़ कर दस्तावेज तक फाड़ डाले। डीएसओ विपिन कुमार ने राशन डीलरों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर देकर तोड़फोड़ करने, सरकारी कार्यालय में बाधा डालने का आरोप लगाया है, जबकि राशन डीलरों ने तोड़फोड़ से साफ इनकार किया है। कोतवाल विद्याभूषण नेगी ने कहा कि जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। सरकार की ओर से राशन का वितरण शत-प्रतिशत बायोमीट्रिक से करने के निर्देश दिए हैं। विभाग की ओर से डीलरों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा, जबकि राशन डीलरों का कहना है कि बिना सुविधा बायोमीट्रिक राशन वितरण संभव नहीं है। लगातार बढ़ रहे दबाव से शनिवार को राशन डीलरों का गुस्सा फूट पड़ा और 200 राशन डीलर सस्ता गल्ला विक्रेता एसोसिएशन के बैनर तले डीएसओ कार्यालय पहुंच गए।
उस समय डीएसओ कार्यालय में मौजूद नहीं थे। डीलरों ने दुकानों का रिकार्ड, लैपटॉप और दुकानों की चाबी डीएसओ की टेबल पर रख धरना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद डीएसओ विपिन कुमार पहुंचे तो डीलरों ने नारेबाजी शुरू कर मांगों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। इस बीच डीलरों और कर्मियों के बीच बहस शुरू हो गई। कर्मियों का आरोप है कि कार्यालय में धरना न देने और समझाने का प्रयास किया गया तो गालीगलौज शुरू कर दी। कुछ देर बाद डीलरों ने हाथापाई शुरू कर दी। आरोप है कि इसके बाद डीलरों ने तोड़फोड़ कर कागजात फाड़ डाले। उधर, डीलरों का आरोप है कि कर्मियों ने अभद्रता कर एक ेडीलर को थप्पड़ भी मारा। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले हंगामा खत्म हो गया था।
डीलरों ने तोड़फोड़ से किया इनकार
डीएसओ की ओर से तोड़फोड़ और हाथापाई के आरोपों से राशन डीलरों ने इनकार किया है। सस्ता गल्ला विक्रेता एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि विरोध स्वरूप लैपटॉप, रिकार्ड जमा कराने गए थे। तोड़फोड़ का आरोप गलत है, पुलिस चाहे तो कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज जांच कर सकती है। अगर राशन डीलरों की ओर से तोड़फोड़ की गई होगी तो सभी राशन डीलर किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार है।
इस्तीफे से बाधित हो सकता राशन वितरण
राशन डीलरों ने अपने रिकार्ड, दुकान की चाबी जमा कर इस्तीफा दे दिया, जिससे कई क्षेत्रों में राशन का वितरण प्रभावित हो सकता है। अगर राशन विक्रेता अपनी जिद पर अड़े रहे तो स्थित बिगड़ सकती है।
ये है डीलरों की मांग
राशन डीलरों का आरोप है कि शत-प्रतिशत वितरण बायोमीट्रिक से करने का दबाव बनाया जा रहा, जबकि सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। न तो नेट का खर्चा दिया जा रहा और न ही दुकान का किराया। विभाग एक कर्मचारी दे या उनका खर्चा राशन विक्रेताओं को दें। नेट का खर्चा देने के साथ किराया और लाभान्स में बढ़ोतरी हो। राशन डीलर मांग को लेकर आए थे। सभी से सौहार्दपूर्ण वार्ता भी हुई, लेकिन वार्ता के बाद राशन डीलर बाहर नारेबाजी करने लगे। जब कर्मियों ने उन्हें ऐसे करने से रोका और समझाने का प्रयास किया तो कर्मियों संग गालीगलौज की। साथ ही कुर्सियां आदि पलटनी शुरू कर दी। राशन डीलरों के खिलाफ कोतवाली में शिकायत देकर उचित कार्रवाई की मांग की है। – विपिन कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी