अल्मोड़ा (दीपक चंद्र कापड़ी)। कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच अल्मोड़ा में 43 दिन बाद फिर से कोरोना मरीजों के बिस्तर लगाने पड़े हैं। 15 नवंबर को जनपद कोरोना मुक्त घोषित हुआ था। बेस अस्पताल में बने कोविड केयर सेंटर का संचालन बंद कर दिया गया था। अब कोरोना के खतरे को देखते हुए यहां 30 कोरोना बेड स्थापित किए गए हैं।
कोरोना की पहली, दूसरी और तीसरी लहर में अल्मोड़ा जिले में 3,16,000 लोगों की जांच की गई। इनमें से विभाग को मिली 3 लाख 14 हजार रिपोर्ट में 16 हजार लोग कोरोना संक्रमित मिले। धीरे-धीरे कोरोना की रफ्तार कम हुई और 15 नवंबर 2022 को यह जिला कोरोना मुक्त घोषित किया गया। कोरोना संक्रमितों की संख्या शून्य होने से आम लोगों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने राहत की सांस ली थी। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक चौथी लहर की आहट के बीच बेस अस्पताल को कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया गया है। भविष्य में कोरोना के खतरे से लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए यहां 30 कोविड बेड लगाए गए हैं।
जिले में कोरोना से 162 लोगों ने गंवाई थी जान
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में कोरोना की पिछली लहरों में 1000 लोगों को कोविड केयर सेंटर में भर्ती करना पड़ा। 162 लोगों ने अपनी जान गंवाई।
बेस अस्पताल में संचालित हैं 44 वेंटिलेटर
अल्मोड़ा। कोरोना की चौथी लहर की आशंका को देखते हुए बेस अस्पताल में 44 वेंटिलेटर संचालित कर दिए गए हैं। बेस अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक मंगलवार को वेंटिलेटरों का संचालन शुरू कर दिया गया है।
कोट– कोरोना के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सजग है। इससे निपटने की पूरी तैयारी है। 15 नवंबर को जिला कोरोना मुक्त हुआ था। अब तक यहां कोई सक्रिय केस नहीं है। फिर भी विभाग के साथ ही लोगों को सजगता रखनी होगी। – डॉ. आरसी पंत, सीएमओ, अल्मोड़ा।
अल्मोड़ा में 43 दिन बाद कोरोना मरीजों के लिए फिर लगे बिस्तर
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