यूकेएसएसएससी (UKSSSC) के भर्ती घपले में गिरफ्तार सादिक मूसा और योगेश्वर राव को एसटीएफ की टीम लखनऊ से शुक्रवार को दून ले आई। कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। मूसा पर दो लाख और योगेश्वर पर एक लाख का ईनाम घोषित था। दोनों को यूपी एसटीएफ ने पकड़ा था। दोनों आरोपियों से भर्ती घपले से जुड़े साक्ष्य जुटाने के लिए एसटीएफ रिमांड पर लेगी। भर्ती घपले का सरगना मूसा को पकड़ने के लिए एसटीएफ ने यूपी की एसटीएफ के साथ जाल बिछाया था। गत दो सितंबर को उसका साथी सम्पन्न राव पकड़ा गया था। उसने बताया था कि वह मूसा और योगेश्वर को 30 अगस्त को बाराबंकी तक छोड़कर आया।
इसके बाद एसटीएफ ने यूपी की एसटीएफ के साथ मिलकर नेपाल बॉर्डर पर भी पड़ताल की। इस बीच, मूसा और योगेश्वर पर इनाम की राशि बढ़ा दी गई। मूसा नेपाल तो चला गया, लेकिन वहां भी उसे पनाह नहीं मिल पाई। उसने तमाम एजेंसियों से संपर्क किया कि उसे सिंगापुर जैसी किसी जगह भेजा जाए।लेकिन, इन एजेंसियों ने भारतीय एजेंसियों तक यह बात पहुंचा दी। इसके सात दिन बाद मूसा और योगेश्वर लखनऊ आ गए। यहां से मूसा ने वकील के जरिये कोर्ट में सरेंडर की अर्जी लगाई। एसटीएफ ने गोपनीय ऑपरेशन के तहत खुलासा नहीं किया।
भर्ती घपला: मूसा और योगेश्वर को रिमांड पर लेगी एसटीएफ, खुलेंगे कई राज
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