सितारगंज। पुलिस ने ऑटो लिफ्टर गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह का साथी सदस्य अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने पकड़े गए सरगना के कब्जे से चोरी की पांच बाइकें बरामद की हैं जिन्हें मेलाघाट स्थित एक झोपड़ी में छिपाकर रखा गया था। सीओ ने बताया कि आरोपी सरगना व उसका साथी चोरी की बाइकों को नेपाल ले जाकर बेचते थे। बताया कि आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है।
शनिवार को कोतवाली में सीओ ओमप्रकाश शर्मा ने 24 जून को गोविंदपुर गांव निवासी श्रीपाल की बाइक (यूके06एवी-7323) चोरी के मामले का खुलासा किया। सीओ ने बताया कि श्रीपाल के आंगन से बाइक चोरी होने पर प्रभारी निरीक्षक प्रकाश सिंह दानू जांच के निर्देश दिए थे। बीते एक जुलाई को मुखबिर की सूचना पर टीम के सरकड़ा चौकी प्रभारी जगदीश चंद तिवारी व सिडकुल चौकी प्रभारी चंदन बिष्ट ने मय पुलिस बल के चीकाघाट पुल के पास दबिश दी। टीम ने गिधौर थाना खटीमा निवासी सत्यपाल उर्फ सत्या उर्फ शमित को चोरी की बाइक के साथ धर लिया। उसका साथी चनपुरा थाना बीसलपुर जिला पीलीभीत (उत्तर प्रदेश ) निवासी सर्वेश कुमार अंधेरे का फायदा उठाते हुए मौके से फरार हो गया।
पूछताछ में सत्या ने बताया कि वह और सर्वेश बाइक चुराकर नेपाल ले जाते हैं और वहां चोरी की बाइकों को बेचते हैं। उन्होंने बरा थाना पुलभट्टा क्षेत्र से बिना नंबर की प्लेटिना, बरेली यूपी से बिना नंबर की स्प्लेंडर बाइक, अमरिया जिला पीलीभीत यूपी से यामाहा बाइक व नानकमत्ता क्षेत्र से एक प्लेटिना बाइक चुराई थी। बाइकों को मेलाघाट में झोपड़ी के भीतर छिपाकर रखा है। इस पर पुलिस ने वहां पहुंचकर सभी बाइकों को बरामद कर कब्जे में ले लिया। बताया कि आरोपी को आईपीसी की धारा 379 साथ ही बढ़ाई गई धारा 411, 41/102 के तहत कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया। फरार आरोपी की तलाश भी जारी है।