हल्द्वानी। सोलह दिन पहले पिता-पुत्र ने उधारी के रुपये मांगने के चलते एक चाय विक्रेता को बेरहमी से पीट दिया था। करीब चौदह दिन के उपचार के बाद सुशीला तिवारी अस्पताल में उसकी मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल में हंगामा काटते हुए पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।नवाबी रोड स्थित मल्ला गोरखपुर के रहने वाले गिरीश बेलवाल (42) की शुक्रवार की सुबह एसटीएच में इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही परिजनों ने हंगामा काट दिया। गिरीश बेलवाल के परिजनों ने बताया कि गिरीश की चाय की दुकान थी। उसके हीरानगर निवासी राकेश गांधी पर 150 रुपये उधार थे। गिरीश की पत्नी की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के मुताबिक, 18 मई को जब गिरीश अपने 150 रुपये लेने गए, तब राकेश गांधी ने उन्हें 500 रुपये दिए। कहा कि बाकी पैसे वापस दे देना। शाम को पता चला कि 500 का नोट नकली है तो वह वापस करने राकेश के घर गए।
इस पर राकेश और उसके बेटे विशाल गांधी ने गिरीश की बेरहमी से पिटाई कर उसे घर के बाहर फेंक दिया था। वहां से होकर गुजर रहे पहचान के एक ई-रिक्शा चालक ने उन्हें घर तक पहुंचाया था। परिजनों ने तत्काल बेस अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि बाएं पैर में फ्रैक्चर होने की वजह से एसटीएच में रेफर कर दिया गया था जहां इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि रिपोर्ट दर्ज होने के कई दिन बाद भी पुलिस ने न घायल का बयान लिया और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई।गिरीश के परिवार में उनकी पत्नी आशा बेलवाल और दो बेटे नितिन और यश हैं। मौत की खबर पर परिजनों ने अस्पताल में ही पुलिस की लापरवाही पर आक्रोश जताते हुए हंगामा कर दिया। सूचना पर कोतवाल हरेंद्र चौधरी फोर्स के साथ पहुंच गए। जानकारी और फैली तो मेयर जोगेंद्र रौतेला भी पहुंचे और परिजनों को समझाया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। इस मामले में कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि मामले के विवेचक को बदल दिया गया है। दो-तीन दिन में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद और जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सोलह दिन पहले हुई मारपीट में घायल व्यक्ति की मौत, हंगामा
RELATED ARTICLES