अल्मोड़ा। एसएसजे विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति की मांग और छात्र संघ चुनाव न कराने से गुस्साए छात्रों ने आत्मदाह की चेतावनी दी थी। चेतावनी के बाद सोमवार को विश्वविद्यालय परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। एसएसपी के निर्देश पर परिसर में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया। छात्रों ने पुलिस-प्रशासन, सरकार और विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कैंपस में तालाबंदी की। जवानों से छात्रों की तीखी झड़प भी हुई लेकिन पुलिस कर्मियों ने बमुश्किल स्थिति को संभाला। सोमवार को कुलपति की नियुक्ति और छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग पर छात्र एसएसजे कैंपस पहुंचे लेकिन वहां पर भारी मात्रा में पुलिस के जवान मौजूद थे। चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस के जवान छात्रों की भीड़ नियंत्रित करने में जुटे रहे। जवानों से छात्रों की तीखी झड़प भी हुई लेकिन पुलिस कर्मियों ने बमुश्किल स्थिति को संभाला।
पुलिस की भारी भीड़ देखते हुए छात्रों का आक्रोश और बढ़ गया। उन्होंने पुलिस-प्रशासन, सरकार व विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए कैंपस में तालाबंदी कर दी। छात्रों ने आरोप लगाया कि कुलपति की नियुक्ति को लेकर विवि को राजनीति का अड्डा बना दिया गया है। कुलपति की नियुक्ति न होने से वे अपनी समस्याएं साझा नहीं कर पा रहे हैं और ना ही उनका समाधान हो पा रहा है। प्रशासन छात्र संघ चुनाव न कराकर हमारे बुनियादी अधिकारों की अनदेखी कर रहा है। करीब एक घंटे तक विरोध-प्रदर्शन के बाद विद्यार्थी वहां से लौटे। छात्रों के रवाना होने के बाद पुलिस और विश्वविद्यालय प्रबंधन ने राहत की सांस ली। वहां पर अभिषेक पांडे, करिश्मा रावत, संजू सिंह, दीक्षा सुयाल, विशाल उप्रेती, कामेश कुमार, अमित बिष्ट, राहुल भंडारी, दिव्या जोशी आदि थे। छात्रों ने आत्मदाह की चेतावनी दी थी। विवि प्रबंधन के अनुरोध पर कैंपस में कोतवाल राजेश यादव के नेतृत्व में पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। – प्रदीप कुमार राय, एसएसपी, अल्मोड़ा।
एसएसजे कैंपस छात्रों के आत्मदाह की चेतावनी के बाद छावनी में बदला
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