हल्द्वानी। रविवार को वार्ता विफल होने के बाद से उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ ने सोमवार से हड़ताल शुरू कर दिया है। इसके कारण सोमवार को नगर निगम क्षेत्र से कूड़ा नहीं उठ सका। कूड़ेदान कूड़े से भर गए, शहर में भी कूड़े के ढेर लग गए। उधर शासनादेश के हिसाब से 500 रुपये मानदेय देने की मांग को लेकर एक संगठन हड़ताल पर है। उधर दूसरा संगठन धरना दे रहा है। शासन ने सफाई कर्मियों का मानदेय 277 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये प्रतिदिन कर दिया है लेकिन नगर निगम ने अभी तक करीब 700 सफाई कर्मियों को बढ़ा हुआ मानदेय नहीं दिया है। इसी को लेकर देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ धरने पर बैठा है। उधर उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ कार्य बहिष्कार पर है। कार्य बहिष्कार के चलते उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ से जुड़े सफाई कर्मियों ने कूड़ा नहीं उठाया जिससे शहर में कूड़े के ढेर लग गए। कई कूड़ेदान भी कूड़े से भर गए। नगर निगम ने दूसरे संगठन से जुड़े कर्मचारियों से सफाई कराई। इसके बाद भी शहर में कूड़ा जगह-जगह फैला रहा।
देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ की वार्ता विफल
हल्द्वानी। शासनादेश के हिसाब से मानदेय की मांग को लेकर देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ आंदोलनरत है। सोमवार को मेयर जोगेंद्र रौतेला ने इन्हें वार्ता के लिए बुलाया था। वार्ता में नगर निगम के अधिकारियों ने बजट का रोना रोते हुए बढ़ा हुआ मानदेय देने से फिलहाल मना कर दिया। नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया कि शासन से बजट मांगा गया है। बजट मिलते ही एरियर के साथ बढ़ा हुआ मानदेय दिया जाएगा। वार्ता विफल होने के बाद संघ के प्रदेश अध्यक्ष राहत मसीह ने कहा कि उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
बढ़ा मानदेय देने के लिए निगम को एक साल में चाहिए 7.5 करोड़ रुपये
हल्द्वानी। नगर निगम की वित्तीय हालत बहुत खराब है। निगम बड़ी मुश्किल से सफाई कर्मियों को मानदेय दे पा रहा है। नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने कहा कि अभी 277 रुपये प्रतिदिन का मानदेय दिया जा रहा है। कहा कि 500 रुपये प्रतिदिन का मानदेय देने के लिए निगम को प्रति वर्ष 7.5 करोड़ रुपया अतिरिक्त चाहिए।