रुद्रपुर। चार साल की मासूम का अपहरण कर 15 लाख की फिरौती मांगने के आरोपी चार लोगों को सोमवार को जेल भेज दिया गया। वारदात में शामिल चारों आरोपी अब पछता रहे हैं। मुख्य आरोपी शफी का कहना है कि उस पर भारी कर्ज था। रुपये लेने वाले उस पर तरह-तरह से दबाव बनाते थे।
शफी का कहना है कि वह कमेटी में रुपये लगाता था। इस कारण उस पर करीब 30 लाख रुपये का कर्ज हो गया था। उसने चार दुकानें बेचकर करीब 23 लाख रुपये चुका दिए थे। सिर्फ सात लाख रुपये का कर्ज शेष था। शफी धैर्य से काम लेते हुए पुलिस में शिकायत करता तो उसको कर्ज चुकाने के लिए कुछ समय मिल जाता और आज वह जेल जाने से बच जाता लेकिन उसने रुपये लेने वालों के दबाव में आकर वारदात कर दी। शफी ने अपने साथ तीन और जिंदगियां भी बर्बाद कर दीं। शफी ने बताया कि बच्ची का अपहरण करने के बाद वह अपनी महिला मित्र बनभूलपुरा निवासी छोटी के घर में उसे छोड़ कर आया था। बच्ची ने रात में दाल-चावल खाया था। अगले दिन बच्ची को दूसरे कपड़े भी पहनाए गए थे। शफी के परिवार में भी पत्नी और बच्चे हैं। कोतवाली पुलिस ने चार आरोपियों शफी, शाहरुख, फिरोज और छोटी को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
कर्ज चुकाने के लिए अपहरण किया अब जाना पड़ा जेल
RELATED ARTICLES