जसपुर। विधायक आदेश चौहान ने कहा कि सीओ के रिपोर्ट दर्ज करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने के आश्वासन के बाद भी उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। उनके किसी सवाल का पुलिस प्रशासन ने जवाब नहीं दिया। रविवार को विधायक आदेश चौहान ने अपने कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को उनके साथ हुई अभद्रता और उनके गनर की वर्दी फाड़ने के आरोपियों को पुलिस उनके निवास से पकड़ कर लाई थी। कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया गया था। उन्होंने घटना की तहरीर दी थी लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी। शनिवार को उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराने और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कोतवाली में प्रदर्शन किया था। सीओ ने शाम तक आरोपियों को गिरफ्तार करने और रिपोर्ट दर्ज करने का आश्वासन दिया था। उनके आश्वासन पर उन्होंने अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया था लेकिन पुलिस ने उनकी अभी तक रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की है। आरोपियों की भी गिरफ्तारी नहीं की गई। जानकारी करने पर पुलिस ने बताया कि हाईकमान का आदेश नहीं है। वह जानना चाहते हैं कि हाईकमान कौन है। पुलिस यह बात उजागर करे।
आरोप: कॉलेज पर कब्जा कर पूर्व विधायक ने किया भ्रष्टाचार
जसपुर। पूर्व विधायक डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल की ओर से शनिवार को लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप पर उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी उसी गनर को वापस बुलाने की मांग नहीं की है। कहा कि जब तक यह एसएसपी जिले में तैनात रहेंगे तब तक वह उनका दिया गनर नहीं लेंगे। आरोप लगाया कि पूर्व विधायक ने पंडित पूर्णानंद तिवारी इंटर कॉलेज पर कब्जा कर भ्रष्टाचार कर रखा है। विद्यालय की ओर से अवैध तरीके से वसूली गई 14 लाख 50 हजार रुपये की कॉशन मनी उन्होंने आंदोलन कर छात्र-छात्राओं को वापस दिलाई थी।
सिंचाई विभाग की जमीन से पेड़ कटवाए जाने के मामले में उन्होंने पूर्व विधायक एवं उनके साथियों के खिलाफ एनसीआर दर्ज कराई थी। पूर्व विधायक की ओर से नादेही चीनी मिल में अपनी फैक्टरी की मशीनरी की मरम्मत कराने के मामले में उन्होंने आंदोलन कर मरम्मत का शुल्क जमा कराया था। उनके पास 12 वर्षों तक एक ही गनर रहा लेकिन उन्होंने कभी सवाल नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि उनसे दो बार चुनाव हारने के कारण उन पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।
मेरी लड़ाई सूदखोरों के खिलाफ : विधायक
जसपुर। विधायक ने कहा कि उनकी लड़ाई किसी जाति धर्म के खिलाफ नहीं है बल्कि सूदखोरों के खिलाफ है। सूदखोरों से क्षेत्र की जनता को मुक्ति दिलाने के लिए उनकी लड़ाई में उन्हें सहयोग करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक यदि उन पर एक भी भ्रष्टाचार का आरोप सिद्ध कर दें तो वह अपने पद से इस्तीफा देकर राजनीति से संन्यास ले लेंगे। वहां आदित्य गहलोत, मोहम्मद आरिफ, राहुल गहलोत, सर्वेश चौहान, सुखबीर सिंह भुल्लर, हिमांशु नंबरदार, शेर अली आदि थे।
जसपुर विधायक पर जनता के उत्पीड़न का आरोप
काशीपुर। पंजाबी महासभा ने जसपुर विधायक आदेश चौहान पर जनता का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए एसपी चंद्रमोहन सिंह को शिकायती पत्र दिया है। महासभा ने विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। रविवार को जसपुर पंजाबी महासभा के सदस्यों ने एसपी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि जसपुर के विधायक आदेश चौहान जनता के आपसी मामलों में पड़ कर दूसरे पक्ष को नाजायज रूप से दबाते हैं और समझौता करने के लिए उत्पीड़न करते हैं। कहा कि 26 अगस्त को भी उन्होंने एक मामले में समझौता कराने को लेकर दोनों पक्षों को बुलाया था लेकिन वहां भी उन्होंने नाजायज रूप से एक पक्ष पर दबाव बनाया। इसके चलते वहां विवाद हुआ था। इस दौरान उन्होंने संबंधित मामले में निष्पक्ष जांच कर कानूनी कार्रवाई की मांग की। साथ ही उन्होंने विधायक के गनर पर भी विधायक का पीए बन कर काम करने का आरोप लगाया। यहां महासभा जसपुर नगर अध्यक्ष महेंद्र कुमार, त्रिलोक अरोरा, पवन बाटला, महेंद्र अरोरा, हरिओम सिंह, मदनलाल, विनोद कुमार, दीपक अरोरा, मंगत नरूला, राजकुमार गुंबर रहे।
गनर की वर्दी फाड़ने में मुकदमा दर्ज न होने पर विधायक ने जताया आक्रोश
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