Wednesday, November 27, 2024
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विधायक बेहड़ ने चौपाल लगाकर सुनीं लोगों की समस्याएं

शांतिपुरी। जवाहरनगर स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्यामलाल वर्मा खेल मैदान में क्षेत्रीय विधायक तिलकराज बेहड़ ने रविवार को नुक्कड़ सभा कर लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने शांतिपुरी के ग्रामीणों की भी समस्याएं सुनीं। दोनों स्थानों पर ग्रामीणों ने किसान सम्मान निधि और सड़क की समस्याएं उठाईं। विधायक ने ग्राम जवाहरनगर में रविवार सुबह नौ बजे जिला महामंत्री मोहन पांडे, स्वतंत्रता सेनानी आश्रित पूरनलाल वर्मा, प्रधान संघ अध्यक्ष दीपा कांडपाल आदि के साथ ग्रामीणों से बात की। स्वतंत्रता सेनानियों, पूर्व सैनिकों और महिला समूहों की सड़क, नाली, पानी, आवासीय भूमि, स्कूल के उच्चीकरण एवं बंद पड़े रेलवे मार्ग को खोले जाने संबंधी समस्याओं को रखा। शांतिपुरी नंबर एक में आयोजित जनसभा में ग्रामीणों की बंद पड़ी किसान सम्मान निधि, पहा नदी में सिल्ट की सफाई, सड़कों की समस्याओं को बारीकी से सुना। विधायक ने यहां दुग्ध समिति भवन का जीर्णोद्धार एवं छोटे सीसी मार्गों के निर्माण की घोषणा की।
उन्होंने ग्राम जवाहरनगर स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी खेल मैदान में स्वतंत्रता सेनानी श्यामलाल वर्मा की मूर्ति की स्थापना करने और खेल मैदान से कॉलोनी होते हुए राजकीय प्राथमिक विद्यालय जवाहरनगर तक सड़क का डामरीकरण करने की घोषणा की। जवाहर नगर में इंटर कॉलेज खोलने और ग्राम शांतिपुरी नंबर एक में दुग्ध डेयरी भवन के जीर्णोद्धार करने के साथ गांव में छह छोटे सीसी संपर्क मार्गों के निर्माण की घोषणा की। इस दौरान बीडीसी सदस्य पंकज कोरंगा, प्रेम आर्या, सैनिक संगठन के अध्यक्ष सेवानिवृत्त कैप्टन रेवाधर भट्ट, पूर्व प्रधान पूरन बिष्ट, ब्लॉक अध्यक्ष गुड्डू तिवारी, नरेश बिष्ट, जिला महामंत्री मोहन पांडे, पूर्व प्रधान देवकी चौहान, सहकारिता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष बिशन सिंह कोरंगा, लालमन शर्मा, कैलाश जोशी, गंगा पपोला, राज कार्की, पूरन चौहान, हरीश पाठक, विक्रम ठठोला आदि थे।
महिला चिकित्सक और स्टाफ नर्स की शिकायत की
शांतिपुरी। राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शांतिपुरी की महिला चिकित्सक एवं स्टाफ नर्स के दुर्व्यवहार से नाराज ग्रामीणों ने शनिवार को विधायक तिलकराज बेहड़ से शिकायत कर दोषी स्टाफ के तत्काल स्थानांतरण की मांग की। चंदन कोरंगा, कैलाश चंद्र, किशन चौहान, बिशन सिंह कोरंगा, दिवान सिंह, धर्मेंद्र कोरंगा आदि ने कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों ने महिला चिकित्सक व स्टाफ नर्सों पर अस्पताल में डिलीवरी के लिए आने वाली महिलाओं को बगैर प्राथमिक जांच के हाईरिस्की केस बताकर जबरन मरीजों को परेशान करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने समस्याओं का त्वरित समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

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