पंतनगर। जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय परिसर में अपने भाई के साथ रहकर आर्मी में भर्ती की तैयारी कर रहे युवक ने फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। मृतक ने सुसाइड नोट में आत्महत्या की वजह आर्मी में भर्ती नहीं हो पाना बताया है। परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पैतृक घर ले गए हैं। देहरादून के त्यूनी के पास ऐठान गांव निवासी धीरेंद्र चौहान की एक साल पहले जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के बीज उत्पादन केंद्र में सहायक लेखाकार के पद पर नियुक्ति हुई थी। वह परिसर की टा-कॉलोनी के आवास संख्या-1776 में रहते हैं। बीते चार माह से उनका चचेरा भाई मुकेश चौहान (19) भी उनके साथ रहकर आर्मी में भर्ती की तैयारी कर रहा था। मुकेश के पिता महेंद्र चौहान गांव में रहकर खेतीबाड़ी करते हैं। शनिवार की सुबह धीरेंद्र ड्यूटी पर चले गए थे और मुकेश घर पर अकेला था। इसी बीच नगरपालिका की ओर से कुछ महिलाएं जातीय जनगणना के लिए कालोनी में पहुंचीं थीं। उन्होंने धीरेंद्र के प्रथम तल पर आवास के दरवाजे पर दस्तक दी तो वह खुल गया। कई बार आवाज लगाने पर भी जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो एक महिला कर्मचारी घर अंदर गई तो वहां धीरेद्र पंखे पर लटका हुआ था।
महिलाओं ने पड़ोसियों के साथ ही सुरक्षा विभाग को सूचना दी। मृतक ने गैसे सिलिंडर पर चढ़कर पंखे पर फंदा लगाया था और उसमें झूल गया था। उसने आतमहत्या से पहले सुसाइड नोट भी छोड़ा है। जिसमें उसने लिखा कि उसका कुछ समय पूर्व हादसे में हाथ टूट गया था। डॉक्टरों की गलती से हाथ तिरछा जुड़ गया है। उसके दोस्त कहते थे कि इसी वजह से वह आर्मी में कभी भर्ती नहीं हो सकता इसलिए उसका यह जीवन बेकार है। दो पेज के सुसाइड नोट के साथ उसने आठ सौ रुपये भी छोड़े थे। इन रुपयों और मोबाइल को पिता या भाई को देने के की बात सुसाइट नोट में लिखी है। एसएचओ राजेंद्र सिंह डांगी ने बताया कि घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
आर्मी में भर्ती नहीं हो सकता इसलिए जीवन बेकार
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