Thursday, November 7, 2024
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एई-जेई पेपर लीक मामले में अनुभाग अधिकारी सहित तीन गिरफ्तार, सात लाख रुपये और ब्लैंक चेक मिले

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की सहायक अभियंता (एई) और अवर अभियंता (जेई) की लिखित भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने वाले आरोपी अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार सहित तीन आरोपियों को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से अभ्यर्थियों से अवैध रूप से अर्जित सात लाख रुपये की नकदी और विभिन्न बैंकों के ब्लैंक चेक बरामद हुए हैं। एई-जेई परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के आरोप में एसआईटी ने बीते दिन नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था जिसमें से पांच पहले से ही पटवारी भर्ती परीक्षा धांधली के आरोप में जेल में बंद है।
शेष चार में तीन उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार, नितिन चौहान और सुनील सैनी को एसआईटी ने शनिवार को उनके घर से गिरफ्तार किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि इस मामले में सिर्फ एक आरोपी भाजपा नेता संजय धारीवाल अभी पकड़ा नहीं जा सका है। उसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। रुड़की। जेई-एई भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले की छानबीन के दौरान कॉल डिटेल कइयों के चेहरे बेनकाब कर सकती है। सूत्रों का कहका है कि एसटीएफ इस मामले में तेजी से जांच कर रही है। कॉल डिटेल के आधार पर भाजपा नेता समेत अन्य आरोपियों के संपर्क में आए लोग रडार पर हैं।
ये आरोपी पटवारी भर्ती मामले में पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार
अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी, उसकी पत्नी रितु, शिक्षक राजपाल, उसके भतीजे संजीव दुबे, मनीष कुमार ।
पेपर लीक करवाने के बदले संजीव कुमार ने लिए थे 28 लाख
जेई और एई की लिखित भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के लिए लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार ने जेल में बंद निलंबित अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी से 28 लाख रुपये में सौदा किया था। संजीव चतुर्वेदी ने पेपर लेकर उसे दलाल नितिन चौहान व सुनील सैनी के माध्यम से अभ्यर्थियों तक पहुंचाया।
सफेदपोश और अफसरों की भी हो सकती है शह
पटवारी से लेकर एई-जेई की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के दो अधिकारी और भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष की भूमिका सामने आने के बाद आशंका जताई जा रही है कि आयोग के अन्य अफसरों के अलावा कई सफेदपोशों के नाम भी सामने आ सकते हैं। फिलहाल, एसआईटी हर पहलु की जांच कर रही है।

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