पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर ने चुनाव में सबसे ज्यादा खर्च किया है, जबकि मंगलौर के विधायक सरवत करीम अंसारी ने सबसे कम खर्च किया है। भाजपा के विधायकों ने कांग्रेस के मुकाबले चुनाव में ज्यादा खर्च किया है जबकि बसपा के विधायकों ने सबसे कम खर्च किया है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने प्रदेश के 65 विधायकों के 2022 के चुनावी खर्च पर रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, स्टार प्रचारकों के साथ खर्च में भाजपा के 43 विधायक पहले, कांग्रेस के 19 विधायक दूसरे और बसपा के दो विधायक तीसरे नंबर पर रहे। भाजपा के 43 विधायकों ने स्टार प्रचारकों पर औसत 1.82 लाख, कांग्रेस के 19 विधायकों ने औसत 72 हजार, बसपा के दो विधायकों ने औसत 16.50 हजार रुपये खर्च किए हैं।स्टार प्रचारकों के बिना भाजपा के 43 विधायकों ने बैठकों, जुलूसों पर औसत 5.50 लाख, कांग्रेस के विधायकों ने औसत 3.40 लाख, बसपा के विधायकों ने औसत 1.72 लाख और निर्दलीय विधायक ने औसत 1.91 लाख रुपये खर्च किए। प्रचार सामग्री पर भाजपा ने औसत पांच लाख से ऊपर, कांग्रेस विधायकों ने चार लाख से ऊपर, बसपा विधायकों ने तीन लाख से ऊपर और निर्दलीय विधायक ने चार लाख से ऊपर खर्च किया है।
सबसे ज्यादा खर्च करने वाले तीन विधायक
मयूख महर (कांग्रेस), पिथौरागढ़ – 35,85,627
उमेश कुमार (निर्दलीय), खानपुर – 33,14,458
मोहन सिंह (भाजपा), जागेश्वर – 32,74,791
सबसे कम खर्च करने वाले तीन विधायक
सरवत करीम अंसारी (बसपा), मंगलौर – 7,52,930
रवि बहादुर (कांग्रेस), ज्वालापुर – 10,76,037
शहजाद (बसपा), लक्सर – 11,33,960
कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं पर भाजपा से ज्यादा खर्चे
कांग्रेस के 19 विधायकों ने अपने कार्यकर्ताओं पर भाजपा के मुकाबले ज्यादा रकम खर्च की है। भाजपा ने जहां औसत 2.2 लाख खर्च किए तो कांग्रेस के 19 विधायकों ने औसत 4.15 लाख रुपये खर्च किए। बसपा विधायकों ने औसत 54 हजार और निर्दलीय ने 88 हजार रुपये खर्च किए।
29 लाख से ऊपर खर्च वालों में यह भी शामिल
रुड़की से भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा ने 32 लाख से ऊपर, गदरपुर से भाजपा के अरविंद पांडेय ने 31 लाख से ऊपर, भीमताल के भाजपा विधायक राम सिंह कैड़ा ने 30 लाख से ऊपर, हल्द्वानी के कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश, देवप्रयाग के भाजपा विधायक विनोद कंडारी, काशीपुर के भाजपा विधायक त्रिलोक सिंह चीमा ने औसत 30 लाख से ऊपर खर्च किया। मसूरी के भाजपा विधायक गणेश जोशी ने औसत 29 लाख से ऊपर खर्च किए।
15 लाख तक खर्च करने वालों में यह भी शामिल
नैनीताल की भाजपा विधायक सरिता आर्य ने औसत 11 लाख, डीडीहाट के भाजपा विधायक बिशन सिंह चुफाल ने 12 लाख, केदारनाथ की भाजपा विधायक शैला रानी रावत ने 13 लाख, लोहाघाट के कांग्रेस विधायक कुशल सिंह अधिकारी ने 13 लाख, रायपुर के भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ और यमकेश्वर की भाजपा विधायक रेनू बिष्ट ने औसत 14 लाख और नरेंद्रनगर के भाजपा विधायक सुबोध उनियाल ने औसत 15 लाख खर्च किए हैं।
कांग्रेस को मिला भाजपा से ज्यादा दान
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भाजपा से ज्यादा दान मिला है। कांग्रेस को जहां औसत 73.05 प्रतिशत दान मिला तो भाजपा को 70.72 प्रतिशत दान मिला। 65 विधायकों को मिले कुल दान में से 68 प्रतिशत दान राजनीतिक दलों से, 20 प्रतिशत स्वयं के स्त्रोत से और 12 प्रतिशत अन्य स्रोत से मिला है।
विधानसभा चुनाव 2022 में सबसे ज्यादा खर्च करने वाले ये तीन विधायक, कांग्रेस को मिला भाजपा से ज्यादा दान
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