खटीमा। सुरई रेंज के झाऊपरसा जंगल में बुधवार सुबह बाघ ने घास लेने गए एक और ग्रामीण को अपना शिकार बना लिया। दो सप्ताह पहले भी बाघ ने सुरई रेंज के शारदा सागर डैम क्षेत्र की चुका बीट में एक ग्रामीण की जान ले ली थी। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बगुलिया निवासी उमाशंकर (40) पुत्र अलगू प्रसाद शारदा डैम क्षेत्र के झाऊपरसा गांव से सटे जंगल में घास काटने गया था। काफी देर तक उमाशंकर वापस नहीं आया तो परिजन और ग्रामीण उसे ढूंढने निकले। जंगल में उमाशंकर का क्षत-विक्षत शव मिला। ग्रामीणों ने बताया कि बाघ ने उमाशंकर की गर्दन पर हमला किया था। ग्रामीणों ने घटना की सूचना सुरई रेंज के वन क्षेत्राधिकारी सुधीर कुमार को दी। इस पर डिप्टी रेंजर सतीश रेखाड़ी, सुखदेव मुनि, वन दरोगा सुंदर लाल वर्मा, अमर बिष्ट आदि मौके पर पहुंचे और घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टर्माटम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। युवक मजदूरी कर परिवार का गुजर बसर करता था। उमाशंकर अपने पीछे पत्नी ज्ञानी देवी, पुत्री आंचल, अनन्या और पुत्र सुमित को छोड़ गया।
रेंजर सुधीर कुमार ने बताया कि इसी बाघ ने दो सप्ताह पहले भी रोहित (50) पुत्र महाजनको मौत के घाट उतार दिया था। कहा कि बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए जा रहे हैं और एक्सपर्ट की टीम भी ट्रैंक्यूलाइज के लिए बुलाई गई है। डैम क्षेत्र में दलदली जमीन होने की वजह से वाहन अंदर नहीं जा सकते। रेंजर कुमार ने बताया कि मृतक के आश्रिताें को शासन से मुआवजा दिलवाया जाएगा।
बाघ ने एक और ग्रामीण को बनाया अपना निवाला
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